जोशीमठ (चमोली)। निर्माणाधीन पीपलकोटी विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना की ओर से अलकनंदा नदी में डंपिंग जोन बनाये जाने तथा खेल के मैदान के लिए प्रस्तावित भूमि पर स्वीकृत पेड़ के अतिरिक्त संरक्षित प्रजाति के पेड़ों की कटाई को लेकर ग्रामीणों का टीएचडीसी के अधिकारियों के साथ विवाद हो गया है। जिसका विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। साथ ही ग्रामीणों ने धरना भी दिया।  ग्रामीण मंदोदरी देवी का कहना है कि हमारा राजस्व भूमि में सिविल का जंगल है जहां पर टीएचडीसी डंपिंग जोन बनाना चाहती है। जबकि ग्रामीण इसका विरोध कर रहे है। यही नहीं ग्रामीणों की ओर से खेल मैदान के लिए प्रस्तावित भूमि पर पेड़ काटने की अनुमति के लिए नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ से दस पेड़ काटने के लिए पत्र दिया था जिसकी स्वीकृति भी मिल चुकी है लेकिन कंपनी की ओर से इसके अतिरिक्त अन्य पेड़ों को भी अपनी सुविधा अनुसार काटा जा रहा है। जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे है। उनका यह भी कहना है कि कंपनी की ओर से डंपिंग जोन बनाने से उनके जंगलों को भी नुकसान पहुंच रहा है साथ ही उनके स्वास्थ्य पर भी इसका विपरित प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार नमांमि गंगे अभियान चलाकर गंगा को स्वच्छ बनाने की बात कर रही है दूसरी ओर कंपनियां गंगा को प्रदूषित करने पर लगी है यदि ग्रामीण इसका विरोध करते है तो कंपनी पुलिस का सहारा ले रही है। जिसका वे विरोध करते है। धरने में बैठने वालों में गोदावरी देवी, शांति देवी, मंदोदरी देवी, लीला देवी आदि शामिल थे।

 

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
                   
                                                         

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!