गोपेश्वर (चमोली)। जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने और भूगर्भीय जलस्तर में वृद्धि के लिए जुलाई से सितंबर तक मुख्यमंत्री जल संरक्षण एवं संवर्द्धन अभियान चलाया गया है। इस अभियान के तहत सभी रेखीय विभागों की ओर से समन्वित रूप से ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों में जल संग्रहण के लिए चाल खाल, चेकडैम, खंती निर्माण और जल संवर्धन प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री जल संरक्षण एवं संवर्द्धन अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने मंगलवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में सभी संबंधित विभागों की बैठक ली। उन्होंने निर्देशित किया कि ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों में जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण और जल संवर्धन प्रजाति के पौधरोपण के लिए विस्तृत प्लान तैयार करते हुए शीघ्र इस दिशा में काम शुरू किया जाए। चेकडैम, चाल खाल, खंती निर्माण और पौधरोपण के लिए लक्ष्य तय करते हुए निर्धारित प्रारूप में तत्काल इसकी सूचना दें। सार्वजनिक एवं वन क्षेत्रों में बायो फेंसिंग विधि अपनाते हुए जल संवर्धन प्रजाति के पौधों लगाए जाए। इसमें स्थानीय लोगों और गैर सरकारी संगठनों को भी शामिल किया जाए। ग्राम पंचायत एवं नगरीय क्षेत्रों में जल संरक्षण के लिए एक विस्तृत प्लान के साथ सेचुरेशन मॉडल पर काम किया जाए। ताकि इसके अच्छे परिणाम मिल सके। बैठक में उप वन संरक्षक सर्वेश कुमार दुबे, मुख्य विकास अधिकारी डॉ ललित नारायण मिश्र, परियोजना निदेशक आनंद सिंह आदि मौजूद थे।

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