पीड़ितों परिवारों को मुआवजा बढ़ाने व परिजनों को नौकरी देने की मांग को लेकर पीड़ितों के साथ कांग्रेस विधायक व कार्यकर्ताओं ने दिया धरना
सीएम के विरोध में हुई नारेबाजी
गोपेश्वर (चमोली)। चमोली हादसे में हुए हताहत और घायलों को मुआवजे की राशि बढ़ाये जाने के साथ ही प्रत्येक मृतक परिवार के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर पीड़ितों के परिजनों के साथ ही कांग्रेस पार्टी विधायक राजेंद्र भंडारी के साथ कार्यकर्ताओं ने जिला चिकित्सालय में धरना दिया। गोपेश्वर पहुंचे सीएम के विरोध में नारेबाजी की। पीड़ितों के परिजनों का कहना था कि कई परिवारों के मुखिया इस घटना में हताहत हुए है ऐसे में उनके परिजनों की आर्थिकी संकट में आ गई है। इतनी कम राशि में उनका घर परिवार चलना मुश्किल है, वहीं भाजपा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी मौत पर राजनीति कर रही है जो सरासर गलत है। ऐसे समय में सभी को साथ देना चाहिए।
चमोली हादसे के शिकार हुए लोगों को सरकार की ओर से घायलों को त्वरित राहत के तौर पर एक-एक लाख तथा मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपये दिने की बात कही है। जिस पर गुरूवार को पोस्टमार्टम के बाद शव लेने पहुंचे परिजनों ने इस राहत राशि को कम बताया है। पीड़ित परिवार के संजीव का कहना है कि उनके नाते रिश्तेदारों में पांच लोगों की मौत हुई है। उसमें एक उनकी छोटी बहन भी है। जिसके चार बच्चे है घर में कमाने वाला एक मात्र सदस्य इस घटना में हताहत हो गया है। अब सरकार उसे पांच लाख देकर पल्ला झाड़ रही है। पांच लाख में उसके पांच बच्चों का भरण पोषण कैसे होगा यह भी सरकार को सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार मुआवजे की राशि बढ़ाने के साथ मृतकों के आश्रितों को रोजगार देने की घोषणा नहीं करती है तब तक वे यहां से शव को नहीं उठायेंगे।
कांग्रेस पार्टी के बदरीनाथ विधान सभा के विधायक राजेंद्र भंडारी ने कहा कि नमामि गंगे परियोजना को इसका दोषी मानते हुए उन पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। साथ ही मुआवजे की राशि 25 लाख रुपये की जाए और प्रत्येक पीड़ित परिवार के आश्रित को सरकारी नौकरी की व्यवस्था की जाए ताकि उनका परिवार चल सके। उन्होंने कहा कि जिले में अब तक की करंट लगने से मौत होने की सबसे बड़ी दुर्घटना है। ऐसी दुर्घटना की पुनर्रावृत्ति न हो इसको लेकर भी सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पीड़ितों के साथ है और जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी, पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र रावत, नगराध्यक्ष योगेंद्र सिंह बिष्ट, ब्लाॅक अध्यक्ष गोविंद सजवाण, संदीप झिक्वाण, हरेंद्र राणा, अरविंद नेगी, तेजवीर कंडेरी, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष उषा रावत आदि मौजूद थे।
इधर, भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री नवल भट्ट ने कहा कि ऐसे समय में सभी को संवेदना नहीं खोनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी मौत पर राजनीति कर रही है जो गलत है। सीएम ने सभी को हर संभव सहायता दिए जाने का भरोसा दिया है इस पर सभी सहमत होना चाहिए। सीएम का विरोध किया जाना उचित नहीं है।