गोपेश्वर (चमोली)। जिला सहकारी बैंक चमोली के पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार ने सहकारिता के चुनाव फरवरी महीने में ही प्रारंभ कर दिया था, किन्तु प्राधिकरण की लापरवाही के कारण चुनाव आगे नहीं बढ़ पाए। उन्होंने कहा कि यदि सहकारिता निर्वाचन प्राधिकरण जल्द ही चुनाव प्रक्रिया आरंभ नहीं करता है तो एक मई से उत्तराखंड के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने सहकारिता चुनाव में पहली बार महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की है, जिसका सभी लोगों ने स्वागत किया है, तथा सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार के निर्णय को सही ठहराया है, उसके बाद भी प्राधिकरण चुनाव को बिना कारण टालने का काम कर रही है, प्रदेश के सभी सहकार बंधुओं की मांग है कि जल्द ही निर्वाचन प्राधिकरण चुनाव की तिथि घोषित करे, नहीं तो एक मई से मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण का काम केवल चुनाव सम्पन्न करना है, लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बाद भी प्राधिकरण की ओर से समितियों में चुनाव नहीं किया जा सका है, जिसको प्राधिकरण की नाकामी ही कहा जाएगा, और यह सहकारी संस्थाओं के हितों पर भी अन्याय है। इसलिए सहाकारिता निर्वाचन प्राधिकरण को जल्द से जल्द चुनाव करवाने चाहिए।