थराली (चमोली)। चमोली जिले के थराली विकासखंड के कई गांवों में खुरपका और मुंहपका रोग के चलते मवेशियों की मौत होने के कारण पशु पालक परेशान है। प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों ने पशुपालन विभाग से इन रोगों पर नियंत्रण पाने के लिए मवेशियों का टीकाकरण सहित बचाव के अन्य उपाय किए जाने की मांग की हैं। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों ने मृतक मवेशियों का मुवावजा दिए जाने की भी शासन प्रशासन से मांग की हैं।
सोल विकास समिति के अध्यक्ष चरण सिंह रावत ने बताया कि थराली ब्लाॅक के अंतर्गत ग्राम मैन, केरा, रतगांव, काखडा, हरचंद, तुंगेश्वर, लोल्टी आदि गांवों में तेजी के साथ मवेशियों में खुरपका एवं मुंहपक्का रोग फैल रहा हैं अब तक इन रोगों के कारण दर्जनों छोटे एवं बड़े मवेशियों की अकाल मौत हो गई है। काखडा के पूर्व प्रधान भगत सिंह नेगी ने बताया कि उनके गांव में जीत सिंह नेगी का बैल एवं शिव सिंह नेगी की एक दुधारू गाय की मौत हो गई हैं। इसके साथ ही हरचन गांव में कुंदन सिंह गुसाईं एवं जयवीर सिंह गुसाईं की एक दर्जन से अधिक बकरियों की भी मौत हो गई हैं। सोल विकास समिति के अध्यक्ष चरण सिंह रावत ने बताया कि उनके द्वारा व्यक्तिगत रूप से पशुपालन विभाग थराली को चार दिन पूर्व ही लिखित एवं मौखिक रूप से सूचना दें कर टीकाकरण का अनुरोध किया जा चुका है। लेकिन विभाग ने अभी तक भी उनके गांव में टीकाकरण शुरू नही किया गया है। उन्होंने पशुपालन विभाग से तेजी के साथ फैल रहे रोगों को नियंत्रित करने के लिए व्यापक स्तर पर टीकाकरण एवं अन्य सुरक्षात्मक उपाय किए जाने, इन रोगों के कारण मृत पशुओं का प्रभावित पशुपालकों को मुवावजा दिए जाने की मांग की हैं।
इधर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. प्रयलंकर नाथ का कहना है कि थराली के पशु चिकित्सका को आदेश दे दिया गया है कि वह टीम लेकर गांव में पशुओं का टीकाकरण कर खुरपका और मुंहपका रोक से बचाव अभियान शुरू करें और पशुपालकों को इसके लिए जागरूक भी करें।