गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के जनप्रतिनिधियों ने मंगलवार को उपजिलाधिकारी जोशीमठ के माध्यम से एक ज्ञापन केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री को ज्ञापन भेजकर जोशीमठ-औली मोटर मार्ग के सुधारीकरण और चैड़ीकरण की मांग की है।
जोशीमठ के सामाजिक कार्यकर्ता अतुल सती और कमल रतूड़ी का कहना है कि पूर्व में वर्ष 2019 में गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत के नेतृत्व में जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति केंद्रीय सडक एवं राजमार्ग मत्री से मिली थी जिसमें उन्होंने औली को लेकर अपना एक विजन और संकल्प दिया था कि औली के विकास को लेकर कोई कमी नहीं आने दी जायेगी लेकिन तीन वर्ष का समय गुजर जाने के बाद भी अभी तक जोशीमठ-औली मोटर मार्ग की हालत जर्जर बनी हुई है। पूरी सड़क पर गड्ढे ही नजर आते है। साल भर यहां पर्यटक आते रहते है लेकिन सड़क की खास्ता हाल के कारण निराश होकर लौट जाते है।
उनका कहना है कि पीक सीजन में एक मात्र रोपवे पर भीड़ भाड़ के कारण बहुत दवाब रहता है। सड़क का विकल्प खराब सड़क के कारण मजबूरी में चुनना पड़ता है। औली के प्रति पर्यटकों के आकर्षण को देखते हुए और अंतरराष्ट्रीय महत्व के उत्तरा महत्वपूर्ण पर्यटक केंद्र के रूप में औली के महत्व के अनुरूप यहां पर आधारभूत सुविधाओं को विकसित और जरूरत है। जिसमें एक और रोपवे के निर्माण के साथ-साथ वर्तमान रोपवे के गोरसों तक विस्तारीकरण जरूरत है। सड़क का चैड़ीकरण और सुधारीकरण सबसे महत्वपूर्ण और तत्काल किये जाने की जरूरत है। उन्होंने केंद्रीय सड़क मंत्री से उनकी मांग पर सकारात्मक पहल करने का अनुरोध किया है। ज्ञापन देने वालों में अतुल सती, कमल रतूड़ी, कल्पेश्वरी देवी, समीर डिमरी, प्रकाश नेगी, प्रेमा देवी, बीना पंवार, रमा शाह आदि शामिल थे।