जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड का पगनौ गांव आपदा से ग्रस्त है गांव के उपरी ओर से लगातार भूस्खलन हो रहा है। ग्रामीण रतजगा करने को विवश हैं। जिसको लेकर सोमवार को एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी जोशीमठ के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखंउ को भेजकर मांग की गई है कि पगनौ में तत्काल आपदा राहत दी जाय रास्ता निर्माण एवम स्थाई विस्थापन पुनर्वास किया जाए।
भाकपा माले के गढ़वाल सचिव अतुल सती, विनोद कुमार, कुशलानंद डिमरी का कहना है कि पगनौ गांव पिछले एक माह से आपदा से ग्रस्त है। जहां जुलाई माह की बारिश से गांव का सिर्फ एक हिस्सा प्रभावित था अगस्त माह में पूरे गांव का अस्तित्व ही खतरे में आ गया है। गांव का आने जाने का रास्ता पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे किसी आपदा की स्थिति में गांव के लोगों के पास आने जाने, राशन आदि लाने, प्राण बचाने का भी कोई रास्ता नहीं रह गया है। उन्होंने बताया कि गांव की हजार नाली से अधिक कृषि भूमि धंसाव के चलते मलवे में बदल गई है। उन्होंने कहा कि गांव के ऊपर से पांच सौ मीटर लंबाई का बड़ा भू कटाव का क्षेत्र बन गया है। यहां चूना खड़िया मिश्रित मिट्टी का लाखों टन मलवा मय बड़े-बड़े बोल्डरों समेत गांव की तरफ खिसक रहा है। जो किसी बड़ी बरसात में पूरे गांव को ही अपने साथ नीचे ले जाएगा। जिससे इस गांव के ठीक नीचे गुलाबकोटी गांव को भी खतरा हो गया है, जो बदरीनाथ राजमार्ग पर है जिससे राजमार्ग के भी प्रभावित होने का खतरा है ।गांव के 125 परिवारों के सम्मुख जीवन बचाने का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने सीएम से मांग की है कि गांव में तत्काल राहत सहायता देते हुए गांव में वैकल्पिक मार्ग का निर्माण करवाया जाए, जिसमें अस्थाई पुल बनाने के विकल्प पर भी विचार किया जाए, गांव में तत्काल सहायता पहुंचाने हेतु हैलिकाप्टर सेवा की व्यवस्था की जाए, ग्रामीणों को तत्काल राहत के रूप में एक लाख रुपए की अहेतुक राशि तत्काल वितरित की जाए, पगनौ गांव की जो स्थिति है उसके मद्देनजर अब इस गांव में लोगो का भविष्य सुरक्षित नहीं है अतः गांव के स्थाई विस्थापन पुनर्वास की प्रक्रिया तुरंत प्रारंभ की जाए, स्थाई पुनर्वास होने तक ग्रामीणों की जीवन सुरक्षा के लिए अस्थाई शिविर बना कर सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए।