गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के दशोली विकास खंड के धारकोट ग्राम पंचायत के सेमार और घेरवा तोक के सभी आपदा प्रभावितों को विस्थापित किये जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मंगलवार को जिलाधिकारी चमोली को एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें ग्रामीणों ने आक्रोश जताया है कि 34 परिवारों में से मात्र सात परिवारों को ही विस्थापित किये जाने के लिए भूमि का चयन किया गया है।
धारकोट के पूर्व प्रधान लकेश तोपाल का कहना है कि धारकोट ग्राम पंचायत के सेमार और घेरवा तोक में कुल 34 परिवार निवास करते है। आपदा के चलते दोनों तोक गांव भूधसाव की जद में है। जिसके लिए पूर्व में भूगर्भीय सर्वेक्षण दल और राजस्व विभाग की टीम की ओर से सर्वे कर दोनों की तोक गांव के ग्रामीणों को अपने आवास खाली करने के लिए निर्देश दिए गये थे लेकिन सोमवार को ग्रामीणों को विस्थापित करने के लिए भूमि चयन करने पहुंची विभागीय टीम की ओर से मात्र सात लोगों के लिए ही भूमि चयन किया गया जबकि यहां निवास करने वाले सभी ग्रामीण प्रभावित है और एक ही श्रेणी में आते है। इसके बावजूद भी विस्थापन के लिए अलग नियम बनाये जा रहे है जो सरासर गलत है। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि इसकी जांच की जाए ताकि सभी प्रभावितों को लाभ मिल सके। इस मौके पर महेंद्र सिंह, सोबत सिंह, कमल सिंह, रणवीर सिंह आदि मौजूद थे।