गोपेश्वर (चमोली)। होमगार्ड ने स्वयं को राज्य कर्मचारी घोषित किये जाने की मांग को लेकर एक अनोखी पहल शुरू की है। उनकी ओर से व्यक्तिगत तौर पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को एक पत्र भेजा जा रहा है। चमोली जिले से अब तीन सौ से अधिक होमगार्ड कर्मी पत्र भेज चुके है और यह सिलसिला दस जनवरी तक जारी रहेगा।
होमगार्ड की ओर से भेजे जा रहे पत्र में कहा गया है कि आजादी के बाद से ही होमगार्ड देश के सुरक्षा बलों के साथ हर परिस्थिति में कंधा से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे है। इसके बावजूद भी उन्हें अल्प वेतन दिया जाता है। पेंशन, ग्रेच्युटी, प्रोविडेंट फंड का कोई लाभ नहीं मिलता है। वर्तमान समय में पूरे देश में आठ लाख होमगार्ड कार्यरत है। जो होमगार्ड अधिनियम 10त्र946-47 और 1962-63 के तहत कार्य कर रहे है। उसे हर समय अपनी नौकरी से हटाये जाने का डर बना रहता है। जो उसके साथ अन्याय है। होमगार्ड ने मांग की है कि इन अधिनियमों में संशोधन किया जाए और उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।