गोपेश्वर (चमोली)। चुतर्थ केदार रूद्रनाथ के पैदल मार्ग पर स्थानीय बेरोजगारों की ओर से संचालित हटों को यथावत रखे जाने की मांग को लेकर गुरूवार को लेकर स्थानीय लोगों ने एक ज्ञापन प्रभागीय वनाधिकारी केदारनाथ वन प्रभाग को सौंपा है।
अधिवक्ता विनोद भट्ट, महेंद्र सिंह रावत, महिपाल सिंह आदि का कहना है कि वन विभाग की ओर से रूद्रनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं से शुल्क वसूला जा रहा है जबकि सुविधा के नाम पर कुछ नहीं किया गया है। जबकि स्थानीय बेरोजगार युवाओं की ओर से 19 किलोमीटर के इस पैदल मार्ग पर कुछ स्थानों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अपने ढाबे और हट बनाये गये है ताकि लोगों को पैदल मार्ग पर सुविधा मिल सके लेकिन विभाग की ओर से संरक्षित क्षेत्र के नाम पर इन हटों को हटा दिया गया है। ऐसे में इस पूरे निर्जन क्षेत्र में यात्रियों को पाने के पानी की भी व्यवस्था नहीं है ऐसे में यात्री इतनी लंबी पैदल दूरी कैसे तय करेगा समझने वाली बात है। उनका कहना है कि विभाग को श्रद्धालुओं से शुल्क नहीं लेना चाहिए और स्थानीय युवाओं के रोजगार को भी यथावत रखा जाना चाहिए ताकि श्रद्धालुओं को भी सुविधा मिले और स्थानीय बेरोजगार युवाओं को भी इसका लाभ मिल सके। ज्ञापन देने वालों में विनोद भट्ट, महेंद्र सिंह रावत, महिपाल रावत, नीलम सिंह आदि मौजूद थे।