विभिन्न राजनैतिक दल भी उतरे बेरोजगारों के समर्थन में, फूंका सरकार का पुतला
गोपेश्वर/थराली/कर्णप्रयाग (चमोली)। मांगों को लेकर देहरादून में प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार संगठन पर गुरूवार को पुलिस की ओर से की गई लाठी चार्ज के विरोध में शुक्रवार को चमोली जिले के विभिन्न स्थानों पर बेरोजगारों ने प्रदर्शन कर इसका विरोध किया साथ ही विभिन्न राजनैतिक दलों ने भी बेरोजगारों के समर्थन में प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया।
गुरूवार को विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीग होने के मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे बेरोजगारों पर देहरादून मे पुलिस की ओर से की गई बर्बरता पूर्ण कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को चमोली जिले में भी बेरोजगारों ने इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। बेरोजगारों के समर्थन में कांग्रेस, वामपंथी, उक्रांद समेत अनेक राजनैतिक दलों ने भी प्रदर्शन करते हुए सरकार का पुतला दहन कर पूरे प्रकरण की जांच की मांग की तथा दोषियों के प्रति सख्त कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
शुक्रवार को चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर, कर्णप्रयाग, देवाल में बेरोजगार युवाओं ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया। साथ ही प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया गया। बेरोजगारों के समर्थन में उतरे कांग्रेस के ब्लाॅक अध्यक्ष गोविंद सिंह सजवाण, सीपीआई के पूर्व जिला सचिव विनोद जोशी, सीपीएम के मदन मिश्रा, डीवाईएफआई के गजेंद्र सिंह बिष्ट, जनवादी महिला समिति की सचिव गीता बिष्ट, यूकेडी के जिलाध्यक्ष दीपक फरस्वाण का कहना था कि सरकार बेरोजगारों के साथ छलावा कर रही है। तमाम भर्तियों के लिए हो रही परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होते जा रहे है। और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। और उल्टा जो बेरोजगार इन मामलों की सीबीआई जांच की मांग कर रही है उन्हें पुलिस से पीटवाने में लगी है। उनका यह भी आरोप है कि सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश की बात तो कर रही है लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही जो इस पूरे प्रकरण में संलिप्त है और जिनकी देखरेख में यह सब हो रहा है। दो चार लोगों को बंद कर अपनी वाहवाही लुटने में लगी है जबकि इन प्रकरणों में बडे लोगों का हाथ होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। जब तक उन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब कर सच्चाई सामने नहीं आ सकती है। और इस मामले की सीबीआई जांच की जानी चाहिए।
बेरोजगारों ने जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन राज्यपाल को भी भेजा जिसमें मांग की गई है कि यूकेएसएसएससी के अध्यक्ष को बर्खास्त किया जाए, बेरोजगारों पर दर्ज मुकदमें वापस लिये जाए, बेरोजगारों पर लाठी चार्ज के लिए एसएसपी देहरादून को निलंबित किया जाए, दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाए तथा सभी भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता प्रक्रिया अपनाते हुए प्रक्रिया को शुरू करवाया जाए।