गोपेश्वर (चमोली)। डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन चमोली ने मंगलवार को मुख्य चिकित्साधिकारी चमोली को ज्ञापन सौंप कर अपनी सात सूत्रीय मांगों के समाधान की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि जल्द ही मांगों पर गौर नहीं किया जाता है तो उन्हें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
एसोसिएशन के अध्यक्ष एसएल कोठियाल, महामंत्री प्रदीप रावत का कहना है कि एक लंबे समय से उनका संगठन अपनी सात सूत्रीय मांगों को विभागीय अधिकारियों से कई बार गुहार लगायी जा चुकी है लेकिन उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जा रहा है। उनका कहना है कि उनकी मांग है कि फार्मेसिस्ट संवर्ग का वेतन उच्चीकृत किया गया है लेकिन अभी तक उनका वेतन निर्धारण नहीं हो पाया है। जबकि इस संबंध में शासनादेश भी जारी हो चुका है। साथ ही एसीपी का लाभ भी अभी तक उन्हें नहीं दिया जा रहा है। उनकी यह भी मांग है कि जिन फार्मेसिस्टों ने ने स्थायीकरण की शर्तों को पूरा कर लिया है उनका स्थायीकरण किया जाए, धुलाई भत्ता दिया जाए, सातवें वेतनमान के अवशेष धनराशि का भुगतान किया जाए, यात्रा बिलों का भुगतान किया जाए तथा कोविड के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले फार्मेसिस्ट संवर्ग के कर्मियों को सम्मानित किया जाए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सीएमओ चमोली को ज्ञापन सौंपा गया है। यदि उनकी सात सूत्रीय मांगा पर कोई गौर नहीं किया जाता है तो उन्हें बाध्य होकर आंदोलन करना पड़ेगा।