-निःशुल्क फल पौध योजना के तहत जनपद के छह क्लस्टर में किया जा रहा पौध रोपण
गोपेश्वर (चमोली)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चमोली जिले में जिला प्रशासन क्लस्टर आधारित बागवानी के सपने को साकार कर रहा है। जिले में जिला प्रशासन के निर्देशन में उद्यान विभाग की ओर से क्लस्टर आधारित विकास मॉडल पर लीलियम, मशरूम, कीवी आदि की फसलों का उत्पादन किया जा रहा है। जिसके माध्यम से काश्तकारों की आर्थिकी को मजबूती मिल रही है। ऐसे अब क्लस्टर के आधार पर विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 2024-25 में शीतकालीन फलपौध रोपण के तहत जनपद में विभिन्न विकासखण्डों में सेब पौधरोपण एवं उत्पादन के लिए छह क्लस्टरों का चयन कर फल पौध रोपण कार्य किया गया है।
मुख्य कृषि और उद्यान अधिकारी जेपी तिवारी ने बताया कि जनपद के छह क्लस्टरों में पौधरोपण के साथ ही जिला योजना मद से घेरबाड़, सिंचाई टैंक का निर्माण किया गया है। साथ ही विभाग की ओर से बागवानी मिशन और राज्य सेक्टर की निःशुल्क फल पौध योजना के माध्यम से काश्तकारों को पौध उपलब्ध कराये जा रहे हैं। वर्ष 2024-25 में सेब पौधरोपण के अन्तर्गत 26 हेक्टेयर में फल पौध रोपण का कार्य किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत ग्राम सभा ईडा संणकोट में नवाचार के अंतर्गत ढाई हजार पौधे सेब क्लोनल रूट आधारित जिसमें जेरोमाइन गेल गाला रेड ब्लॉक आदि प्रजातियां प्रमुख रूप रोपित की गयी है। जिससे ग्राम सभा ईडा के 35 काश्तकार लाभान्वित हुए है।
विभाग की ओर से विकासखण्ड नन्दानगर के ग्राम सभा घूनी में स्वयं सहायता समूहों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए 4500 पौधों का रोपण कार्य सात हेक्टेयर प्रक्षेत्र में किया जा रहा है। जिससे ग्राम घूनी के 40 काश्तकार लाभान्वित हुए है। इसी प्रकार विकासखण्ड जोशीमठ के बडागांव क्लस्टर के अन्तर्गत आठ हेक्टेयर प्रक्षेत्र पर सेब की विभिन्न प्रजाति जिसमें गोल्डन डेलीसियस, रैड डेलीसियस, आर्गन स्पर इत्यादि फल पौध रोपण के साथ साथ क्लोनल रूट आधारित एमएम 111 की विभिन प्रजातियों का रोपण कार्य किया गया है। इस योजना से बड़ागांव क्लस्टर में 32 कृषक लाभान्वित हुए है। साथ ही विकासखंड देवाल के ग्राम सभा घेस एवं बलाण में भी स्टोन फुट और सेब रोपण का कार्य चार हेक्टेयर प्रक्षेत्र में किया गया है। इस प्रकार जनपद में 60 हेक्टेयर के अन्तर्गत शीतकालीन फल पौध का रोपण कार्य किया गया है। जिससे जनपद के दो सौ से अधिक काश्तकार लाभान्वित हुए है।
जिलाधिकारी चमोली की ओर से माह सितम्बर 2024 में कृषि, उद्यान एवं ग्राम्य विकास विभाग की संयुक्त बैठक आहूत की गयी जिसमें दिए गये निर्देशों के अनुपालनार्थ क्लस्टर आधारित खेती को बढावा देने की कार्य योजना बनाई गयी। क्लस्टर आधारित खेती को बढ़ावा देने एवं कार्ययोजना को आवश्यक गति प्रदान करने के दृष्टिगत मुख्य उद्यान अधिकारी चमोली की ओर से इस क्लस्टरों में प्लास्टिक मल्चिंग, ड्रिप स्थापना एवं घेरबाड़ से लाभान्वित करने के लिए निर्देश दिए गयजिसके क्रम में आवाश्यक कार्यवाही की जा रही है। आगामी माह मार्च में ओरिएंटल लीलियम उत्पादन की जनपद में पहली बार कार्ययोजना बनाई गयी है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी की ओर से दिए गए निर्देश के अनुपालन में मुख्य कृषि अधिकारी की ओर से क्लस्टर आधारित खेती के अन्तर्गत गेंदा पुष्प एवं ओरिएंटल लिलियम उत्पादन के लिए कार्ययोजना तैयार कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।