-चमोली जनपद में 61.88 लाख लागत की योजना को धनराशि की गई आवंटित
गोपेश्वर (चमोली)। जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने गुरूवार को स्प्रिंग एवं रिवर रिजुविनेशन अथॉरिटी (सारा) की बैठक ली। जिसमें प्राकृतिक जल स्रोत नौले-धारे और नदियों के जल संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर किए जाने वाले प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में समिति की ओर से 10 योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि वन, सिंचाई और पेयजल विभाग मिलकर जनपद में जल संवर्धन के लिए चिह्नित जल स्रोतों के पूरे क्षेत्र का तकनीकी सर्वेक्षण करते हुए ठोस योजनाओं के प्रस्ताव तैयार करें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को प्रस्तावित योजनाओं के आउट कम के साथ प्रस्तुत करने की बात कही। साथ ही उन्होंने राज्य स्तर पर स्वीकृति के लिए भेजी जाने वाली योजनाओं की विस्तृत रिपोर्ट सोमवार तक उपलब्ध कराने के आदेश दिए।
बैठक में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता और सारा के नोडल अधिकारी अरविंद सिंह नेगी ने बताया कि सारा जिला समिति को आवंटित दो करोड़ की धनराशि में से सहायक नदियों और गदेरों के रिज्यूविनेशन के लिए 61.88 लाख की योजनाओं को धनराशि आवंटित की जा चुकी है, वहीं बैठक में केदारनाथ वन प्रभाग, बदरीनाथ वन प्रभाग, जल संस्थान और जल निगम की 60 लाख की योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके साथ ही समिति की ओर से सहायक नदियों और गदेरों के रिज्यूविनेशन के लिए 22.75 लाख की योजनाओं को स्वीकृति दी गई है। बैठक में परियोजना निदेशक आनंद सिंह, ईई जल संस्थान एसके श्रीवास्तव, केदारनाथ डिवीजन के एसडीओ जुगल किशोर सहित वर्चुअल माध्यम से सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे।