गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले नारायणबगड तथा देवाल विकास खंड के दो मतदान केंद्रों पर ग्रामीणों के पंचायत चुनाव के बहिष्कार के कारण एक भी मत नहीं डाला गया।

देवाल ब्लॉक के कुलिंग गांव के ग्रामीण लंबे समय से सड़क निर्माण की मांग कर रहे है। वर्ष 2008 में सड़क निर्माण को शासन से सैद्धातिक स्वीकृति मिली किंतु यह मामला आगे नहीं बढ़ पाया। इसके चलते लोग अभी तक सड़क निर्माण की राह ताक रहे है। लोक सभा चुनाव में भी ग्रामीणों ने सड़क निर्माण के बहिष्कार का एलान किया था। तब विधायक भूपाल राम टमटा ने ग्रामीणों को सड़क निर्माण का भरोसा दिया था। इसके बाद भी सड़क निर्माण का मामला जस का तस पड़ा है। ग्रामीणों ने इस बार भी पंचायत चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी थी। इसी क्रम में ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान तथा ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए कोई नामांकन नहीं किया। हालांकि पोलिंग पार्टी मतदान के लिए मतदाताओं की राह ताकती रही किंतु कोई भी मतदाता कुलिंग पोलिंग बूथ पर मतदान करने नहीं आया।

नारायणबगड। नारायणबगड ब्लॉक के नाखोली मतदान केंद्र पर चुनाव बहिष्कार के चलते गांव का कोई भी मतदाता वोट डालने नहीं आया। इस कारण मतदान केंद्र पर दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। इसके बावजूद मतदान कर्मी सुबह से लेकर सांय तक ड्यूटी पर तैनात रहे। नाखोली गांव के सुरेंद्र सिंह गुसांई, जयवीर सिंह बिष्ट, नरेंद्र सिंह रावत, शंकुतला देवी व सरस्वती देवी ने बताया कि गांव के लिए मंजूर सड़क का निर्माण न होने से ग्रामीण नाराज है। नाराजगी के चलते ही उन्होंने विधान सभा चुनाव में वोट नहीं डाले थे। इसके बावजूद शासन प्रशासन ने इस मामले की कोई सुध नहीं ली। इसके चलते उन्हें पंचायत चुनाव से विरत रहने के लिए विवश होना पड़ा। यही वहज है कि गांव से किसी ने प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन पर दाखिल नहीं किया। 

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