जोशीमठ (चमोली)। भाकपा माले ने चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र को निशुल्क बिजली दिये जाने की की वकालत करते हुए। शुक्रवार को एक ज्ञापन मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार और उर्जा मंत्री को भेजा है।

भाकपा माले के राज्य कमेटी के सदस्य अतुल सती का कहना है कि जोशीमठ सीमांत क्षेत्र होने के साथ ही पिछड़ा क्षेत्र सूची में शामिल होने के साथ ही इस क्षेत्र में वर्ष में चार-पांच माह कड़ाके की सर्दी बर्फबारी होती है। ऐसे में जरा से मौसम के बदलाव पर एक दो दिन से लेकर हफ्तों तक विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाती है। यह लगातार आपदा झेलता क्षेत्र भी है। आपदा के समय बिजली की आपूर्ति बाधित होने पर जनता को दोहरी मार झेलनी पड़ती है। उनका कहना है कि जोशीमठ पर्यटन और तीर्थाटन का मुख्य केंद्र है। बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब यात्रा का मुख्य पड़ाव है। औली हिमक्रीड़ा केंद्र का नगर है, बहुत से हिमालयी बुग्यालों और खूबसूरत ट्रैक का यह केंद्र है। यहां वर्ष भर देश विदेश के पर्यटकों का आना जाना रहता है। ऐसे में यहां के निवासियों के साथ ही पर्यटकों तीर्थ यात्रियों को भी विद्युत की अनियमित आपूर्ति से जूझना पड़ता है।

उनका कहना है कि जोशीमठ उत्तराखंड राज्य का विद्युत उत्पादन करने वाला क्षेत्र भी है। वर्तमान में चार सौ मेगावाट विद्युत उत्पादन हो रहा है और भविष्य में हजार मेगावाट उत्पादन की योजनाओं पर कार्य चल रहा है। इसके लिए जनता ने अपनी बेशकीमती भूमि, वन, चरागाह, पनघट, मरघट की भूमि दी है।

उनका कहना है कि हमारी मांग है कि जोशीमठ क्षेत्र में विद्युत की आपूर्ति सुनिश्चित की जाय। विद्युत आपूर्ति में बाधा होने पर जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाय। विद्युत उत्पादन क्षेत्र होने के एवज इस क्षेत्र को विद्युत अधिभार से मुक्त करते हुए इस क्षेत्र को मुफ्त विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था की जाय। जो इसका अधिकार है। पुरानी हो चुकी लाइन और खम्बों को तत्काल बदलने के आदेश दिए जांय जिससे विद्युत आपूर्ति में बाधा न हो।

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