गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले में मुख्यमंत्री की आदेशों के बाद भी सड़कों की स्थिति में सुधार नहीं हो सका है। जिसके चलते जिले में सीएम के सात नवम्बर तक गड्ढा मुक्त सड़कों की बात हवा हवाई साबित हो रही है। ऐसे में सरकार के आदेशों को लेकर विभागीय अधिकारियों की गंभीरता का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
बता दें कि बीती 22 अक्तूबर को सीएम पुष्कर धामी ने गोपेश्वर दौरे के दौरान जिला सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों को सात नवम्बर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आदेश दिये थे। लेकिन सीएम के आदेशों के बाद भी जिले में सड़क का रख-रखाव करने वाले रेखीय विभागों के अधिकारियों की ओर से इस ओर कोई गंभीर प्रयास नजर नहीं आ रहे हैं। यहां जिला मुख्यालय गोपेश्वर को जोड़ने वाली चमोली-गोपेश्वर-ऊखीमठ सड़क पर जहां गड्ढे हादसों को न्यौता दे रहे हैं। वहीं सड़क की सतह से उठे सीवर के चैम्बर भी दुर्घटनाओं को न्यौता दे रहे हैं। वहीं बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट के गृह क्षेत्र पोखरी ब्लॉक को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली गोपेश्वर-पोखरी सड़क भी बीते 20 से अधिक दिनों से बाधित पड़ी हुई है। ऐसे में सरकार के आदेशों को लेकर विभागीय अधिकारियों की कार्य प्रणाली का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।