थराली (चमोली)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड पीएमजीएवाई के तहत मोपाटा गांव के लिए निर्माणाधीन कोटेड़ा-मोपाटा मोटर मार्ग की हिल साईड कटिंग का मलवा, पत्थरों व बोल्डरों को डम्पिंग जोन में डालने के बजाए रिजर्व फारेस्ट व ग्रामीणों की कृषि भूमि में डाला जा रहा है। जिससे जंगल के साथ ही ग्रामीणों की काश्तकारी की भूमि भी नष्ट हो रही है। इस संबंध में ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी व वन विभाग के अधिकारियों को भी इसकी शिकायत की है लेकिन कोई कार्रवाई न होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। हालांकि बदरीनाथ वन प्रभाग के प्रभागीय अधिकारी ने मामले में कार्रवाई किये जाने की बात कही है।
ग्रामीण विक्रम सिंह ने कहा हैं कि कोटेड़ा से मोपाटा गांव के लिए पांच किलोमीटर मोटर सड़क की कटिंग का कार्य पीएमजीएसवाई के तहत एनपीसीसी के ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा हैं। ठेकेदार सड़क कटिंग के मलवे, पत्थर व बोल्डरों को डम्पिंग जोन में डालने के बजाए रिजर्व फारेस्ट में डालवा रहा है। जिससे वन भूमि के साथ ही पेड़ पौधों को भारी नुकसान हो रहा हैं। वहीं काश्तकारी की भूमि भी नष्ट हो रही है साथ ही भविष्य में इस मलवे से भूस्खलन का खतरा भी ग्रामीणों को बना हुआ है। उन्होंने वन विभाग व उप जिलाधिकारी से मामले की जांच करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
यह मामला अभी तक उनके संज्ञान में नही था, अब मामला संज्ञान में आ चुका हैं इसकी जांच करवा कर आवश्यक कार्रवाई अमल में लायी जायेगी।
आशुतोष सिह, प्रभागीय वनाधिकारी बदरीनाथ वन प्रभाग गोपेश्वर।