जोशीमठ (चमोली)। नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र में वन्य जीवों का अवैध शिकार कर उनके अंगों की तस्करी करने वाले पांच आरोपियों को वन विभाग ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों के पास से राज्य पशु कस्तुरा मृग के खाल के साथ ही अन्य अंग व आखेट करने की सामग्री बरामद की गई है।

नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के वन क्षेत्राधिकारी विजय लाल आर्य ने बताया कि बीते रविवार को वन विभाग की टीम ने लाता गांव के जंगलों से वन जीवों का अवैध शिकार करने वाले वन तस्करों को गिरफ्तार किया था। जिनसे पूछताछ के बाद पता चला कि उनके कुछ साथी अभी भी लाता, तोलमा के जंगलों में छिपे हुए है। जिस पर वन विभाग की ओर से चार टीम बनाकर जंगल व गांव में सर्च आपरेशन शुरू किया गया। जिस पर बुधवार की रात्रि को वन विभाग की टीम ने पांच नेपाल मूल के लोगों को वन्य प्राणी के अंगों के साथ ही अवैध शिकार में प्रयुक्त होने वाली सामग्री के साथ धर दबोचा। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि इनके पास से दो कस्तुरा मृग की खाल, दो कस्तुरी, चार पैर व अवैध शिकार के लिए प्रयुक्त किये जाने वाले 47 फंदों के साथ अन्य सामग्री पकड़ी गई है। पकड़े गये नेपाली युवकों में सरपा साही पुत्र नागचू शाही कदमपूर नेपाल, जीत बहादूर पुत्र लाल सिंह साही, राचैरी नेपाल, गणेश थापा पुत्र पदम थापा विछला नेपाल, कमल साही पुत्र नर बहादूर धाचू गांव नेपाल, वीरेंद्र साही पुत्र खडक शाही कामखेत नेपाल शामिल है।  बताया कि सभी को वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामला पंजीकृत कर गुरूवार को न्यायालय में पेश किया गया है। वन विभाग की ओर से गठित टीम में वन क्षेत्राधिकारी विजय लाल आर्य, खीम सिंह नेगी, मनोरी लाल, राजेंद्र सिंह, दीवानी राम आर्य, नरेंद्र गुसांई, सुभाष तिवारी, केदारदत्त पुरोहित,  रमेश मंमगाई, खीम सिंह भंडारी, दिगम्बर सिंह, सुशील बिष्ट, अनुप कुमार, कृपाल सिंह, भूपाल सिंह व मकान सिंह रावत आदि शामिल थे।

 

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
                   
                                                         

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!