गोपेश्वर/देवाल (चमोली)। चमोली जिले के अधिकांश जंगल आजकल आग की चपेट में हैं जिससे लाखों रुपये की वनसंपदा जलकर खाक हो गई है। जंगलों में लगी आग के कारण चारों से धूंध छायी हुई है। धूंध के चलते सूरज की किरणें भी जमीन से नहीं पहुंच पा रही है। लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है साथ ही आंख, नाक और गले की बीमारी की शिकायत भी आम होती जा रही है।
पिछले लंबे समय से चमोली जिले के अधिकांश जंगल आग की चपेट में है। आग एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंच रही है। चमोली जिले के दशोली, पोखरी, नंदानगर, देवाल, थराली आदि विकास खंड के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है। हालांकि वन विभाग के साथ ही दमकल विभाग की टीमें भी आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही है लेकिन सांय के समय हो रही तेज अंधड के कारण आग एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंच जा रही है साथ तेज आंधी के कारण आग की लपटे भी तेजी के साथ फैल रही है। जिसके चलते आग पर काबू पाना मुश्किल भरा हो रहा है।
चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर के समीप के जंगल भी आजकल धू-धूकर कर जल रहे है, वहीं देवाल विकास खंड के लिगडी वन सीमा पर लगी भीषण आग को बुझाने में स्थानीय लोगों के साथ ही वन विभाग की टीम भी युद्धस्तर पर कार्य कर रही है।
वन क्षेत्राधिकारी पूर्वी पिंडर रेंज देवाल हरीश थपलियाल ने बताया है, कि कुमाऊं के बागेश्वर के गढ़ खेत के जंगलों में लगी आग पूर्वी पिंडर रेंज के लिगडी के ऊपर जंगल सीमा पर पहुंच गई है। वन विभाग की टीम लगातार सीमा में आग बुझाने में दो दिन से लगे हैं। एक वन कर्मि पर पत्थर लगने से चोट आई है। उन्होंने ग्रामीणों से भी आग बुझाने का सहयोग करने की अपील की है।