गोपेश्वर (चमोली)। जिला प्रशासन ने जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावित भवन, होटल एवं अन्य संरचनाओं का मूल्यांकन एवं तकनीकी जांच के लिए विस्तृत सर्वे करने के लिए अधिकारियों और कार्मिकों की नौ टीमें गठित की है। जो प्रत्येक वार्ड में घर-घर जाकर सर्वे कर रही है।
जोशीमठ में प्रभावित परिवारों के भवन, होटल एवं अन्य संरचनाओं के तत्काल आंकलन किए जाने के लिए जिला प्रशासन ने बदरीनाथ मास्टर प्लान में कार्यरत पीआईयू डिविजन लोनिवि के समस्त तकनीकी कार्मिकों को भी अग्रिम आदेशो तक अधिग्रहित किया है। खतरे की जद में आए आवासीय भवनों से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। शुक्रवार को छह परिवारों को शिफ्ट किया गया। अबतक 44 परिवारों को शिफ्ट किया गया है। जबकि पांच परिवार स्वयं शिफ्ट हो गए है। राहत शिविरों में भोजन, पानी, बिजली, शौचालय के साथ ही जरूरी सुविधाएं मुहैया की जा रही है। प्रभावित परिवारों के लिए फूड पैकेट उपलब्ध कराए जा रहे है।
नगर पालिका जोशीमठ में गढवाल आयुक्त सुशील कुमार एवं जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सडक, विधुत, पेयजल, सिंचाई, स्वास्थ्य, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, नगर पालिका आदि जरूरी व्यवस्थाओं से जुडे अधिकारियों की बैठक लेते हुए रिलीफ सेंटरों में व्यवस्थाओं को चाक चैबंद रखने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सक, फार्मेसिस्ट सहित पर्याप्त मात्रा में मेडिसिन की व्यवस्था करने, नगर पालिका को साफ सफाई, जल संस्थान को पेयजल और विद्युत विभाग को विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। खाद्य विभाग को पर्याप्त संख्या में राशन का स्टाक रखने के साथ ही रिलीफ सेंटर में भोजन व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा।