गोपेश्वर (चमोली)। कैलाश-मानसरोवर यात्रा को चमोली जिले के नीती घाटी से शुरु करने को लेकर ग्राम प्रधान संगठन की ओर से शुरु की गई मुहीम को जिले के सेवा निवृत्त अधिकारियों, पूर्व विधायकों का समर्थन मिलने लगा है। मुहीम को लेकर मिल रहे समर्थन से ग्राम प्रधान संगठन के पदाधिकारियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। मंगलवार को देहरादून में नीति माणा घाटी कल्याण समिति की बैठक में मुहीम को लेकर चर्चा की।
बता दें कि चमोली ग्राम प्रधान संगठन की ओर से भारत-तिब्बत सीमा क्षेत्र की नीती घाटी से कैलाश-मानसरोव की यात्रा शुरु करने को लेकर मुहीम शुरु की गई है। जिसे लेकर घाटी के साथ ही चमोली जिले के सेवा निवृत्त अधिकारियों और पूर्व विधायकों का समर्थन प्रधान संगठन को मिल रहा है। देहरादून में आयोजित नीती माणा कल्याण समिति के अध्यक्ष डा. मान सिंह राणा ने ग्राम प्रधानों की मुहीम को चमोली में पर्यटन के नये आयाम खोलने वाली मुहीम बताया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार की ओर से इस यात्रा को शुरु करवाया जाता है, तो बड़े पैमाने पर क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर खुलेंगे। वहीं खाली होते द्वितीय रक्षा पंक्ति के गांवों से हो रहे पलायन पर भी प्रभावी रोक लग सकेगी। ग्राम प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष मोहन सिंह नेगी और जिला महामंत्री पुष्कर सिंह राणा ने बताया कि मुहीम के प्रथम चरण में सेवानिवृत्त अधिकारियों, पूर्व विधायक और जन प्रतिनिधियों से चर्चा की जा रही है। जिसके बाद सभी जानकारियों को लेकर यात्रा शुरु का प्रस्ताव मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के साथ ही केंद्र सरकार के सम्मुख रखा जाएगा। बैठक में पूर्व प्रमुख मुख्य वन संरक्षक डॉ. आरबीएस रावत, दीवान खाती, हरक सिंह रावत, मुरली सिंह रावत, सतेंद्र पाल, बचन सिंह रावत, नन्दन सिंह रावत आदि मौजूद थे।