गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के जिला मुख्यालय के निवासियों को बारिश के दिनों में होने वाले गंदे पानी की सप्लाई से जल्द निजात मिल जाएगी। यहां उत्तराखंड पेयजल निगम की ओर से नगर को सप्लाई हो रही अमृत गंगा पेयजल योजना के मुख्य स्रोत पर दो करोड़ 48 लाख की लागत से फिल्टर टैंक निर्माण कार्य शुरु कर दिया गया है। सबकुछ योजना के अनुसार चला तो आगामी अगस्त माह के अन्त तक फिल्टर टैंक को सप्लाई लाइन से जोड़ दिया जाएगा।
बता दें गोपेश्वर नगर में पेयजल किल्लत को देखते पेयजल निगम और जल संस्थान की ओर से आधी-अधूरी अमृत गंगा पेयजल योजना का संयोजन नगर की सप्लाई लाइन से कर दिया गया था। जिसके बाद से प्रतिवर्ष बरसात के समय नगर में मिट्टी युक्त पेयजल की सप्लाई उपभोक्ताओं के लिये समस्या बनी हुई थी। ऐसे में स्थानीय लोगों की ओर से लगातार योजना पर फिल्टर टैंक निर्माण की मांग की जा रही थी। लेकिन वर्तमान तक बजट की कमी के चलते यहां फिल्अर टैंक का निर्माण नहीं किया गया था। अब यहां निमग को मिली २ करोड़ ४८ लाख रुपये की स्वीकृति के बाद निगम की ओर से योजना के मुख्य स्रोत पर ३ एमएलडी के फिल्टर टैंक का निर्माण कार्य शुरु कर दिया गया है। जिससे अब उपभोक्ताओं को बारिश के दिनों में मिट्टी युक्त पेयजल की आपूर्ति की समस्या से निजात मिलने की आस जग गई है।
गोपेश्वर नगर को पेयजल आपूर्ति कर रही अमृत गंगा पेयजल योजना के मुख्य स्रोत पर फिल्टर टैंक के न होने से लगातार दिक्कतें हो रही थी। जिसे देखते हुए यहां शासन की ओर से स्वीकृत दो करोड़ 48 लाख की लागत से फिल्टर टैंक का निर्माण कार्य शुरु कर दिया गया है। यदि सबकुछ योजना के अनुसार चला तो आगामी अगस्त माह तक फिल्टर टैंक सप्लाई लाइन से संयोजन कर दिया जाएगा।
वीके जैन, अधिशासी अभियंता, उत्तराखंड पेयजल निगम, गोपेश्वर-चमोली।