गोपेश्वर (चमोली)। माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ प्रदेश कार्यकारणी के आह्वान पर 13 और 14 सितम्बर को अपनी मांगों को लेकर दो दिवसीय कार्य बहिष्कार करेंगे।
अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष राकेश लाल ने बताया कि उनका संघ लंबे समय से मांग करता आ रहा है कि अतिथि शिक्षकों के पदांे को रिक्त न माना जाय और उनके भविष्य को सुरक्षित किया जाए और जो अतिथि शिक्षक अपने गृह जनपद से अन्य जनपदों में तैनात है उन्हें वापस बुलाया जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहली कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया था लेकिन दो माह बाद भी अभी तक शासनदेश जारी नहीं हुआ है। और जून 2020, जनवरी 2021 के शीत कालीन अवकाश तथा मई और जून का मानदेय अभी तक अतिथि शिक्षकों को नहीं मिला है। उनका कहना है कि बार-बार सरकार शासन प्रशासन से पत्र देने के बावजूद अभी तक धरातल पर नहीं आया है जिस से पूरे उत्तराखंड के 13 जनपदों में और 95 विकास खंडों में अतिथि शिक्षकों का कार्य बहिष्कार के साथ खंड शिक्षा अधिकारी और मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सांकेतिक धरना दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि अतिथि शिक्षकों की मांग नहीं मानी जाती है तो अतिथि शिक्षक प्रदेश व्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
