गोपेश्वर (चमोली)। विश्व कैंसर दिवस शुक्रवार को मुख्य चिकित्साधिकारी चमोली के कार्यालय में एक जन जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया।

गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए सीएमओ डा. एसपी कुडियाल ने कहा कि हर साल चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। वर्ष 1933 में पहली बार इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई थी। जिसके मकसद था कि लोगों को इस बीमारी और इससे बचने के तरीकों को लेकर जागरुक किया जा सके। सबसे पहले विश्व कैंसर दिवस 1993 में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल की ओर से मनाया गया था। उन्होंने कहा कि कैंसर कई प्रकार का होता है जिसमें प्रमुख रूप से ब्लड कैंसर, मुंह का कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, पेट का कैंसर, गले का कैंसर, अंडाशय का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, मस्तिष्क का कैंसर आदि शामिल है। इसकी मुख्य वहज तंबाकू या गुटखे का सेवन, सिगरेट और शराब पीना, लंबे समय तक रेडिएशन के संपर्क में रहना, खराब पोषण, मोटापा आदि है। उन्होंने कहा कि कैंसर के लक्षणों में शरीर के किसी हिस्से में गांठ महसूस होना, निगलने में कठिनाई होना, पेट में लगातार दर्द बने रहना, घाव का ठीक न होना, त्वचा पर निशान, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, थकान और कमजोरी महसूस करना, निप्पल में बदलाव, शरीर का वजन अचानक से कम या ज्यादा होना मुख्य रूप से है। उन्होंने कहा कि लोगों को इसके प्रति सजग रहने के साथ ही कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को मानसिक रूप से स्वस्थ होना बहुत जरूरी है तभी इस बीमारी से लड़ा जा सकता है। इस मौके पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. जीएस राणा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. उमा रावत, डा. वीपी सिंह, डा. अमित जैन, फिजियोथैरेपिस्ट नेहा डिमरी  आदि ने अपने विचार रखे।

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