गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के विकास खंड के दूरस्थ कनोल गांव का माध्यमिक विद्यालय कनोल सरकार के बेहतर शिक्षा के दावों को मुंह चिढा रहा है। गांव में संचालित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में लम्बे समय से अंग्रेजी, गणित, संस्कृत और विज्ञान जैसे विषय के शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हुए हैं। ऐसे में दूरस्थ गांवों के छात्र-छात्राओं के भविष्य को लेकर शिक्षा विभाग और सरकारी संवेदनशीलता का समझा जा सकता है।
बता दें कि क राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कनोल में 125 ग्रामीण छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। जिनके सुचारु पठन-पाठन के लिये शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालय में सात शिक्षकों के पद सृजित किये गये हैं। लेकिन विद्यालय में अंग्रेजी, गणित, संस्कृत और विज्ञान विषयों के शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई है। जिससे यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राएं इन कठिन विषयों की पढाई स्वाध्याय कर करने को मजबूर हैं। ऐसे में बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित अभिभावक शिक्षकों की तैनाती के लिये विभागीय कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य कंचन सिंह नेगी, पीटीए अध्यक्ष जसपाल सिंह नेगी, बलवंत सिंह बिष्ट, खड़क सिंह, दिलीप सिंह नेगी, वीरेंद्र सिंह नेगी और कुंदन सिंह नेगी का कहना है कि विद्यालय में शिक्षकों की तैनाती के लिये खंड शिक्षा अधिकारी से लेकर अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा तक गुहार लगा चुके हैं। लेकिन वर्तमान तक शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई है।
जिले में रिक्त शिक्षकों के पदों पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति करने के लिए स्वीकृति निदेशालय से मांगी गई है। निदेशालय से शिक्षकों नियुक्ति की स्वीकृति मिलते ही उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कनोल के रिक्त पदों पर शिक्षकों तैनाती की जाएगी।
आशुतोष भंडारी, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक), चमोली।