हेम चन्द्र मिश्रा
देवाल (चमोली)। चमोली जिले के विकास खंड देवाल के हरमल गांव के पास पिंडर नदी में झूला पुल बन गया होता तो पूरन सिंह को जान से हाथ नहीं धोना पड़ता। ग्रामीण पिछले 11 वर्ष इस स्थान पर झूला पुल बनाने की मांग कर रहे हैं। पूरन सिंह सहित अभी तक इस कच्चे पुल से तीन लोग काल के ग्रास बन गए हैं।
बुधवार को हरमल गांव निवासी पूरन सिंह अपने गांव के अन्य लोगों के साथ लकड़ी का कच्चा पुल बना रहे था तो अचानक नदी में गिर गया और नदी के तेज बहाव में पानी में बह गया है।
गांव के खड़क सिंह रावल ने बताया है कि 2013 में आपदा से यहां पर बना झूला पुल बह गया था। इस पुल से 15 ग्राम पंचायत का आवाजाही होती है, लोनिवि ने आवाजाही के लिए 2016 में हाइड्रोलिक ट्राली लगाई गई जो 2021 में पिंडर नदी में बह गया। तब से हरमल के ग्रामीण हर बर्ष श्रमदान से नदी का पानी कम होने पर लकड़ी का कच्चा पुल बनाते हैं जो बरसात में बह जाता है। इस पुल से हरमल, तोरती, रामपुर, सौरीगाड, उदयपुर, झलिया, चोटिंग, कुमाऊं क्षेत्र के भराडकाडे, समदणी, किलपार, बदियाकोट, कुंवारी सहित 15 गांव की सात हजार की आबादी आवाजाही होती है। लगातार ग्रामीणों पिछले लम्बे समय से इस स्थान पर झूला पुल बनाने की मांग करते आ रहे हैं।
ग्राम प्रधान कलावती, पूर्व प्रधान पुष्कर गडिया, पान सिंह रावल, नंदन सिंह ने कहा कि लगातार शासन प्रशासन से यहा पर झूला पुल बनाने की मांग कर रहे हैं यदि पुल बन गया होता तो लोगों की अकाल मृत्यु नहीं होती थी।
पिछले वर्ष 30 दिसम्बर 2022 को भी इसी पुल को पार करते समय रामपुर गांव निवासी हेमा देवी पत्नी प्रताप राम और उनका 15 वर्षीय पुत्र प्रवीण का पुल से पैर फिसल कर नदी डूबने से मौत हो गई थी। उसके बाद भी शासन प्रशासन नहीं चेता हर वर्ष इस पुल से घटनाओं हो रहीं हैं।
क्या कहते है क्षेत्रीय विधायक
हरमल और रामपुर गांव को जोड़ने के लिए मोटर पुल का प्रस्ताव रखा है। हरमल के लिए तीन किमी सड़क स्वीकृत हो गई है। जल्द ही समस्या का हल निकाला जाएगा। यह घटना दुखद है। पीड़ित परिवार को हर सम्भव की जाएगी।
भूपाल राम टम्टा विधायक थराली।
क्या कहते है अधिकारी
हरमल घटना की मुझे कोई जानकारी नहीं है। हमारी ओर से कच्चा पुल बनाने के आदेश नहीं दिए गए हैं।
दिनेश मोहन गुप्त ईई लोनिवि थराली।