गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के घाट विकास खंड के दूरस्थ गांव कनोल ग्रामीण लंबे समय से खेल मैदान की मांग कर रहे थे लेकिन काफी वक्त गुजर जाने पर जब सरकार व प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की तो ग्रामीणों ने श्रमदान और स्वयं के संसाधनों से खेल मैदान का निर्माण कर लिया है। ऐसे में सरकार की ओर से ग्रामीण स्तर पर खेल प्रतिभाओं को उभारने को लेकर किये जाने रहे प्रयासों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
बता दें कि चमोली के कनोल गांव में वर्ष 2013 की आपदा के दौरान गांव का जूनियर हाईस्कूल भूस्खलन की चपेट में आ गया था। जिससे स्कूल का एकमात्र खेल मैदान भी ध्वस्त हो गया था। जिसके बाद से यहां युवा और ग्रामीणों की ओर से जन प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों से गांव में खेल मैदान के निर्माण की मांग उठाई जा रही है। लेकिन आठ वर्षों बाद प्रशासनिक स्तर से कोई कार्रवाई न होने पर यहां गांव के युवाओं और ग्रामीणों ने गांव के नानापाणी तोक में सिविल भूमि पर श्रमदान खेल मैदान तैयार कर प्रशासन, शासन और सरकार को आइना दिखाने का कार्य किया है। युवक मंगल दल के अध्यक्ष प्रदीप सिंह, ग्राम प्रधान कनोल सरस्वती देवी और महेंद्र सिंह ने बताया कि जहां उन्होंने युवक मंगल दल के माध्यम से युवा कल्याण विभाग से खेल मैदान के निर्माण की मांग की गई। लेकिन वर्तमान तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। वहीं ग्राम प्रधान की ओर मनरेगा में भी मैदान निर्माण की योजना का प्रस्ताव रखा गया। लेकिन उसे भी स्वीकृति नहीं मिलने के चलते गांव के 80 से 85 युवा और ग्रामीणों ने श्रमदान कर खेल मैदान का निर्माण किया है।
चमोली के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल मैदान निर्माण के विभाग को मिले प्रस्ताव तैयार कर नियमानुसार शासन को स्वीकृति के लिये भेजे गये हैं, वहीं जिन प्रस्तावों में दस्तावेजों की कमी है उन्हें पूर्ण किया जा रहा है। शासन से बजट के आवंटन के बाद प्राथमिकता के आधार पर खेल मैदानों का निर्माण करवाया जाएगा।
आनंद सिहं नयाल, युवा कल्याण अधिकारी, चमोली।