गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के विकास खंड घाअ के कनोल गांव के ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई पर छुरागाड़-सुतोल-कनोल सड़क निर्माण में मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर निर्माण कार्य की जांच कर कार्रवाई करने की मांग उठाई है। उन्होंने मामले में कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
बता दें कि घाट ब्लॉक के कनोल को यातायात से जोड़ने के लिये पीएमजीएसवाई कर्णप्रयाग 10.60 किलोमीटर सड़क का निर्माण करवा रहा है। ग्राम प्रधान सरस्वती देवी, पूजा देवी, गब्बर सिंह, प्रदीप सिंह, कंचन सिंह, राजेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि ठेकेदार की ओर से अनियंत्रित मलबा निस्तारण कर यहां पेड़ पौधों के साथ ही गिरीधार-कनोल पैदल मार्ग और छुरागाड़ पैदल पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया है। वहीं सड़क और मोड़ों की हिल कटिंग निर्धारित मानकों के अनुरुप नहीं की गई है। स्कपर निर्माण में भी गुणवता की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि डीपीआर के अनुसार निर्धारित लम्बाई से 1500 मीटर पहले हिल कटिंग का कार्य बंद कर दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि विभागीय अधिकारियों से वार्ता के बाद भी कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है अब ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से निर्माण कार्य जांच कर कार्रवाई की मांग उठाई है।
ग्रामीणों की शिकायत के बाद निर्माणाधीन छुरागाड़-सुतोल-कनोल सड़क का स्थलीय निरीक्षण कर शिकायतों का निस्तारण करने के ठेकेदार को निर्देश दिये गये है। यदि पैदल पुल सड़क निर्माण कार्य के चलते क्षतिग्रस्त हुआ है तो इसे दिखवाया जाएगा और सुधारीकरण करवाया जाएगा।
बीएन गोदियाल, अधिशासी अभियंता, पीएमजीएसवाई, कर्णप्रयाग।