गोपेश्वर/कर्णप्रयाग/थराली/पोखरी (चमोली)। चमोली जिले में किसान आंदोलन के समर्थन में आहुत भारत बंद का कोई असर नहीं दिखा। सामान्य दिनों की ही भांति मंगलवार को भी बाजार खुले रहे और वाहनों की आवाजाही सुचारू रही। अलबत्ता कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी व वामदलों ने धरना, प्रदर्शन, पुतला दहन के साथ ही स्थानीय प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर किसान अध्यादेशों को वापस लेने की मांग की।
मंगलवार को भारत बंद का चमोली में कोई असर नहीं रहा। जिला मुख्यालय गोपेश्वर में सामान्य दिनों की भांति बाजार खुले रहे और वाहनों की आवाजाही भी सुचारू रही। जिला मुख्यालय पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में मुख्य तिराहे पर धरना देते हुए किसान कानून का विरोध किया तथा सरकार के विरोध में नारेबाजी की। इस मौके पर पूर्व विधायक कुंवर सिंह नेगी, नगराध्यक्ष प्रमोद बिष्ट, ब्लाॅक अध्यक्ष आनंद सिंह पंवार, धीरेंद्र गरोडिया, संदीप भंडारी, अरविंद नेगी आदि मौजूद थे।
वहीं थराली में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर केंद्र सरकार का पुतला दहन कर किसान कानूनों को वापस लेने की मांग की। यहां पर भी बाजार सामान्य रूप से खुले रहें। किसानो के भारत बंद के समर्थन में थराली कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष देवी जोशी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। यहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने थराली देवाल मोटरमार्ग पर एकत्र होकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार से किसान बिल को वापस लेने की मांग की ।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानो पर जबरन किसान बिल थोपा जा रहा है जबकि किसानों की ओर से इसका विरोध किया जा रहा है लेकिन सरकार किसानो की लगातार अनदेखी ही कर रही है। कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष देवी जोशी ने कहा कि किसान बिल किसानो के हित मे कम और उद्योगपतियों और पूंजीपतियों को लाभ देने वाला ज्यादा है, ऐसे में केंद्र सरकार किसान बिल को लेकर किसानों की मांग के साथ कांग्रेस का पूरा समर्थन है और कांग्रेस इस मुद्दे पर किसानो के साथ हर लड़ाई लड़ने को तैयार है। इस दौरान कोंग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष देवी जोशी, गजेन्द्र रावत, उमेश पुरोहित, अब्बल सिंह, दिनेश रावत आदि मौजूद थे।
इधर तहसील मुख्यालय पोखरी के बाजार भी खुला रहा। पोखरी में भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी व बार एसोसिएशन ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर किसान कानूनों को वापस लेने की मांग की। भाकपा के स्टेट काउंसिल नरेन्द्र रावत, एडवोकेट यशवंत बत्र्वाल, श्रवण सती, अब्बल असवाल, विनोद, राकेश नेगी, जीत सिंह रौथाड ने कहा कि वे किसान आंदोलन के भारत बंद का पूर्ण समर्थन करते हैं। केंद्र सरकार की ओर से पारित तीनों किसान कानूनों से भारत का किसान पूरी तरह से बर्वादी की कगार पर पहुंच जायेगा। उन्होंने राष्ट्रपति से किसान कानूनों को वापस लेने की मांग की है।
उधर कर्णप्रयाग में भी दिन चर्चा अन्य दिनों की तरह सामान्य रही। यहां पर आम आदमी पार्टी के कार्यकताओं ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए किसान बिलों के विरोध में उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर तीनों ही किसान बिलों को समाप्त करने की मांग की। इस मौके पर अनूप चैहान, मनीष चैहान, मोहित सिंह, प्रबल सिंह आदि मौजूद थे।