देवाल (चमोली)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड के नंदा देवी लोकजात यात्रा का निर्जन क्षेत्र और यात्रा का विश्राम स्थल डैलीयाधार में भगवान शंकर के 21 फीट ऊंचे त्रिशूल की स्थापना की गई है। समुद्रतल से 12 हजार फीट को ऊंचाई पर जहां पर पेड़ पौधे नहीं होते हैं। यही पर से बुग्याल क्षेत्र शुरू होता है। सोमवार को वाण गांव निवासी उमराव सिंह पुत्र बाग सिंह और कुवर सिंह पुत्र केदार सिंह के सौजन्य से 21 फीट ऊंचा और सौ किलो वजनी शिव त्रिशूल को विधि विधान से पंडित उमेश कुनियाल ने यज्ञ हवन मंत्रोच्चारण के साथ प्राण प्रतिष्ठा का स्थापित किया।
डोलियाधार से वेदनी तीन किलोमीटर दूरी पर है। त्रिशूल स्थापना के बाद ग्रामीणों ने नंदा जात यात्रा की सुख समृद्धि की कामना की गई। डोलियाधार वाण गांव से दस किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पार कर पहुंचा जा सकता है। लोकजात यात्रा का प्रवेश द्वार भी है। यज्ञ हवन में 150 से अधिक ग्रामीणो ने प्रतिभाग किया।