जिन गांव में कुपोषित बच्चे हैं उन गांवों का रोस्टर तैयार कर आरबीएस टीम के साथ कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश दिए गए।
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने जिला कार्यालय एनआईसी कक्ष में बाल विकास विभाग की समीक्षा करते हुए जनपद में कुपोषित बच्चों के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं सभी सीडीपीओ को निर्देश दिए हैं कि जनपद में जो भी बच्चे कुपोषित हैं उन्हें कुपोषण से मुक्त कराने के लिए उन्हें 31 मार्च, 2024 तक कुपोषण से मुक्त कराने के लिए गंभीरता के साथ कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जिन गांवों में बच्चे कुपोषित हैं उन गांवों के लिए रोस्टर तैयार करते हुए आरबीएस टीम के साथ समन्वय करते हुए कुपोषित बच्चों का 10 जनवरी, 2024 तक सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि इस संबंध में सभी अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि परीक्षण के दौरान बच्चे का वजन कराते हुए कुपोषण के कारण के संबंध में पूर्ण विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस संबंध में सभी अधिकारी गंभीरता के साथ कार्य करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोई शिथिलता एवं लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि जिन गांव में बच्चों की संख्या अधिक है उन गांव में जिला कार्यक्रम अधिकारी को स्वयं निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. अखिलेश मिश्रा, बाल विकास परियोजना अधिकारी जखोली हिमांश बडोला, ऊखीमठ देवेश्वरी देवी, जिला समन्वयक चाणक्य कपरूवाण, ब्लाॅक समन्वयक जखोली बलराम कोठारी, अगस्त्यमुनि पवन आर्य, अनसूया पटवाल, राजेंद्र रावत सहित अन्य मौजूद रहे।