गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले का श्रम प्रवर्तन कार्यालय स्थाई कर्मचारियों के अभावों से जुझ रहा है। स्थाई कर्मचारियों के अभाव के चलते श्रमिकों के समय पर कार्य नहीं हो पा रहे है। आये दिन विभाग में भारी भीड़ जमा हो रही है। ऐसे में कइ्र लोगों को खाली हाथ ही घर लौटने को विवश होना पड़ रहा है।
वर्तमान समय में श्रम विभाग में उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार बोर्ड के माध्यम से श्रमिकों का पंजीकरण का कार्य किया जाता रहा है। पूर्व में विभाग में भारी भीड़ होने के कारण पंजीकरण का कार्य सीएचसी को दिया गया था। श्रम विभाग में श्रमिक पंजीकरण के लिये सीएचसी में जा रहे थे, लेकिन कई महीनों से सीएचसी की साइड बंद होने के कारण पंजीकरण नही हो पा रहे थे। इसके बाद बोर्ड ने पुनः श्रमिकों को पंजीकरण का कार्य भी श्रम विभाग को दिया गया है। लेकिन विभाग में कर्मचारियों तैनाती के लिए कोई कदम नही उठाये गये हैं।
श्रम विभाग में श्रमिकों के पंजीकरण करने के बाद श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा सहायता, दो बेटियों की शादी के लिए 50 हजार की सहायता, श्रमिकों के की कार्य दौरान मृत्यु पर परिवार को आर्थिक सहायता, श्रमिकों के ईलाज के लिये सहायता के साथ ही श्रमिकों को बराबर सामग्री का वितरण तथा अन्य प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। लेकिन विभाग में कर्मचारियों की कमी के कारण श्रमिकों को सरकार की योजनाओ का समय पर लाभ नही मिल पा रहा है। अब श्रमिकों का पंजीकरण भी विभाग में होने के बाद लोगों को दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान समय में विभाग में श्रम प्रवर्तन अधिकारी तथा एक चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी तैनात है। जबकि दो लोग बोर्ड के माध्यम से पंजीकरण का कार्य रहे हैं। लगातार बढ़ रही भीड़ के कारण श्रमिको के कार्य भी पूरे नही हो पा रहे हैं।
भेषज संघ के पूर्व अध्यक्ष अरविंद नेगी ने कहा कि सरकार को श्रमिकों दी जाने वाली सहायता राशि के साथ ही अन्य सहायता के लिये कर्मचारियों की तैनाती के लिये प्रयास करने चाहिए। कहा कि दिशा में सरकार द्वारा कोई कार्रवाई अमल में नही लाई गई तो कांग्रेस की ओर से आंदोलन को विवश होना पडे़गा।
श्रम प्रवर्तन अधिकारी तन्मय पंत ने कहा कि श्रमिको के लाभ के लिए तमाम प्रयास किये जा रहे हैं।