गोपेश्वर/पोखरी/पीपलकोटी/कर्णप्रयाग (चमोली)। चमोली जिले के विभिन्न स्थानों पर शनिवार को जहां वामपंथियों ने धरना देकर किसान कानून का विरोध किया तो वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला दहन कर किसानो के लिए पारित तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग की।
शनिवार को चमोली जिले के जोशीमठ, पीपलकोटी, पोखरी, थराली, कर्णप्रयाग समेत अनेक स्थानों पर किसान आंदोलन के समर्थन में वामपंथियों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किये। जिला मुख्यालय गोपेश्वर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर मुख्य तिराहे पर केंद्र सरकार का पुतला दहन कर किसान कानूनों को वापस लेने की मांग की। कांग्रेस के ब्लाॅक अध्यक्ष आनंद सिंह पवार ने कहा कि देश का अन्नदाता आंदोलन कर रहा है और केंद्र की सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है जो कि सरासर अन्याय है। उन्होंने तीनों किसान कानूनों को वापस लिये जाने की मांग सरकार से की।
इस मौके पर पूर्व विधायक कंुंवर सिंह नेगी, अनीता नेगी, तेजवीर कंडेरी, दर्शन सिंह झिक्वाण, नगराध्यक्ष प्रमोद बिष्ट, योगेंद्र सिंह बिष्ट, जगत लाल, संदीप भंडारी, ओमप्रकाश नेगी, वहीं वामपंथी दलों ने बस स्टेशन पर धरना देते हुए केंद्र सरकार का पुतला दहन किया। माकपा के सचिव भूपाल सिंह रावत ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी सरकार है जनता को समझना चाहिए कि जब तक यह सरकार सत्ता में रहेगी लोगों के साथ अन्याय होता रहेगा। उन्होंने किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए राष्ट्रपति से मांग की कि केंद्र सरकार को निर्देश दे कि किसानों के आंदोलन को अविलंब समाप्त करते हुए उनकी मांगों को माना जाए।
इस मौके पर मदन मिश्रा, ज्ञानेंद्र खंतवाल, गीता बिष्ट आदि मौजूद थे। वहीं पोखरी में भी विभिन्न राजनैतिक दलों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर किसानों की मांगों को पूरा करने की मांग की है। इस मौके पर नरेंद्र रावत, श्रवण सती, अब्बल सिंह, यशवंत बत्र्वाल आदि मौजूद थे। इधर पीपलकोटी में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला दहन किया। जिसमें देवेंद्र सिंह नेगी, दीपक राणा, भुवन लाल शाह, प्रवीण कुमार, बद्रीश लाल आदि मौजूद थे।