गोपेश्वर (चमोली)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में संचालित विधिक सेवा क्लीनिक के माध्यम से बुधवार को आमजनो और तामीरदारों को विधिक परामर्श के लिए प्रेरित किया गया।
परलीगल स्वयंसेवक और हिमाद की सचिव उमाशंकर बिष्ट ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से संचालित विधिक सेवा क्लीनिक और तंबाकू उन्मूलन परामर्श केंद्र के मध्य समन्वयन स्थापित कर मादक द्रव्य सेवन करने वाले व्यक्तियों का चिह्निकरण कर उन्हें मादक द्रव्य छोड़ने के लिए परामर्श दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संविधान की अपेक्षा के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से न्याय प्राप्त करने का अधिकार है साथ ही आमजन को गरिमामय जीवन जीवन जीने के लिए कई सारे कानूनो का निर्माण किया गया है। आवश्यकता इस बात की है कि विधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हर व्यक्ति को आगे आना होगा तभी जाकर समाज में जागरूकता आ सकती है। उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से समय-समय पर आयोजित विधिक साक्षरता शिविरों के माध्यम से आम जन को विधिक रूप से सशक्त करने का प्रयास किया जा रहा है उन्होंने भारतीय संविधान में वर्णित सामाजिक न्याय प्राप्त करने के लिए निशुल्क विधिक सेवाओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता अवतार सिंह सनवाल ने कहा कि विधिक साक्षरता शिविरो के माध्यम से लोगों को विधिक जानकारी प्राप्त हो रही है जिससे कई प्रकार की योजनाओं का लाभ भी प्राप्त हो रहा है। उन्होंने विधिक सेवा क्लीनिक के माध्यम से दिए जा रहे परामर्श की सराहना करते हुऐ कहा कि आम जन को लाभ प्राप्त हो रहा है। जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष हेमलता भट्ट ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा का चक्र गर्भावस्था से होता है। इसलिए गर्भवती माता की देखरेख और उचित पोषण के लिए सभी को पहला करनी चाहिए। उन्होंने जननी सुरक्षा, खुशियों की सवारी, नियमित बच्चों एवं गर्भवती माताओ का टीकाकरण, गर्भवती माताओ की जांच के साथ ही बच्चों की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए जिला बल समिति के कार्यों एवं भूमिका के बारें में जानकारी दी। इस अवसर पर हिमाद की समन्वयक प्रभा रावत ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से सामाजिक आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों को सहायता प्रदान हो रही है।