गोपेश्वर (चमोली)। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग गोपेश्वर की ओर से वनाग्नि की रोकथाम को लेकर एक विचार गोष्ठी का आयोजन जिला मुख्यालय गोपेश्वर में किया गया। जिसमें महिला मंगल दल  कठूर को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए वन विभाग के देहरादून मुख्यालय से उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में बोलते हुए उप वन संरक्षक केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग गोपेश्वर इंद्र सिंह नेगी ने कहा कि वन हमारी अमूल्य धरोहर है। इनको बचाने के लिए हम सभी को सामुहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वनों पर सिर्फ मनुष्य ही निर्भर नहीं बल्कि वनों में रहने वाले जीव भी इस पर निर्भर होते है। यदि वनों को आग लगायी जाती है तो उससे मानव जीवन के साथ ही वन्य जीवों पर भी विपरित प्रभाव पड़ता है। पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है तथा मानव जीवन संकट में पड़ सकता है इसलिए आवश्यक है कि हम सभी सामुहिक रूप से प्रयास करें की वनों को नुकसान पहुंचाने वाले असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखते हुए वनों को बचाने में अहम भूमिका अदा करें। इस मौके पर सीपी भट्ट पर्यावरण विकास संस्थान के ट्रस्टी ओम प्रकाश भट्ट ने कहा कि समाज में रहते हुए हमारा सामाजिक दायित्व है कि हमारे आस पास घट रही घटनाओं को रोकने के लिए आगे आना। इसलिए वनों की सुरक्षा के लिए भी हम सभी को आगे आने की आवश्यकता है। सामाजिक कार्यकर्ता सुनील नाथन बिष्ट ने कहा कि वनों पर सबसे ज्यादा आत्मनिर्भरता महिलाओं की होती है जो अपने घर के साथ ही अपने पशुओं की देखभाल भी करती है। जंगल से उनका उसी तरह से लगाव होता है जैसे अपने मायके से। इसलिए महिलाओं को जंगलों को बचाने के लिए एकजुट होकर आगे आना होगा तभी जंगलों का बचाया जा सकता है।

 

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