-उद्धव जी व आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी सेना के बैंड के साथ समारोह पूर्वक माता मूर्ति मंदिर पहुंची
गोपेश्वर (चमोली)। श्री बदरीनाथ धाम में भाद्रपद बामन द्वादशी तिथि के अवसर पर रविवार को माता मूर्ति उत्सव उल्लासपूर्वक मनाया गया। दो-तीन दिन लगातार बारिश के बाद रविवार को श्री बदरीनाथ धाम में मौसम साफ रहा तथा धूप खिली रही। हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता मूर्ति मंदिर दर्शन को पहुंचे, वहीं मंदिर समिति के अधीनस्थ मंदिर त्रियुगीनारायण में भी बामन द्वादशी महोत्सव शुरू हो गया है।
बदरीनाथ धाम में माता मूर्ति उत्सव के तहत रविवार प्रातः बदरीनाथ मंदिर में बाल भोग के बाद पूर्वाह्न 10 बजे गढ़वाल राइफल्स के बैंड, ढोल नगाड़ों की भक्तिमय धुनों एवं जय बदरीविशाल के उदघोष के साथ भगवान बदरीविशाल के प्रतिनिधि श्री उद्धव जी तथा आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी माता मूर्ति मंदिर के लिए रवाना हुई। देव डोलियों के साथ बदरीनाथ धाम के रावल अमरनाथ नंबूदरी, पूर्व रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी सहित बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य भास्कर डिमरी, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, वेदपाठी रविंद्र भट्ट नायब रावल सूर्यराग नंबूदरी, मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ अमित बंदोलिया सहित मंदिर समिति अधिकारी कर्मचारी, पुलिस प्रशासन आईटीबीपी के अधिकारी एवं जवान भी माता मूर्ति मंदिर पहुंचें।
माता मूर्ति मंदिर पहुंच कर श्री उद्धव जी ने माता मूर्ति की कुशलक्षेम पूछी तथा भगवान बदरीविशाल की कुशलता से माता मूर्ति को अवगत कराया। रावल, धर्माधिकारी, वेदपाठियों तथा माता मूर्ति के पुजारी सुशील डिमरी ने अभिषेक पूजा-अर्चना संपन्न करवायी। दिन के भोग के बाद अपराह्न तीन बजे श्री उद्धव जी की देव डोली एवं आदिगुरु शंकराचार्य जी की गद्दी वापस श्री बदरीनाथ धाम पहुंची। श्री उद्धव जी बदरीश पंचायत में विराजमान हो गये तथा आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी मंदिर परिसर में विराजमान हो गयी। इस दौरान प्रातः दस बजे दिन के बाद शायं तीन बजे तक श्री बदरीनाथ मंदिर बंद रहा। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि देव डोलियों के श्री बदरीनाथ पहुंचते ही अपराह्न तीन बजे बाद पुनः मंदिर श्रद्धालुओं को दर्शन के खोल दिए गये है।