पोखरी (चमोली)। चमोली जिले के पोखरी विकास खंड के सलना गांव के ग्रामीणों ने सरकार को आइना दिखाते हुए स्वयं के संसाधनों से मंगलवार से सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है। सलना-देवनगर के ग्रामीणों ने लोनिवि पोखरी की सुस्त कार्य प्रणाली से नाराज होकर यह कदम उठाया है। यहां ग्रामीणों ने प्रथम चरण में ग्रामीणों की ओर से यहां सलना घट गदेरे से देवनगर की चार किलोमीटर स्वीकृत सड़क के ढाई किलोमीटरी निर्माण का कार्य शुरु कर दिया है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क निर्माण को लेकर सरकार और लोनिवि की कार्य प्रणाली का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
बता दें पोखरी ब्लॉक के सलना और देवनगर गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिये शासन की ओर से पोखरी-हापला सड़क पर सलना घट गदेरे से देवनगर चार किलोमीटर सड़क को स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसके लिये शासन की ओर से लोनिवि पोखरी को 61.50 लाख की धनराशि प्रदान की गई। लेकिन अब विभागी अधिकारी भूगर्भवेताओं की सड़क निर्माण के लिये चयनित भूमि को भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र बताने की बात कह रहे हैं। ऐसे में अब क्षेत्र के नाराज ग्रामीणों ने यहां स्वयं के संसाधनों से सड़क निर्माण कार्य करने की योजना बनाई है। जिसके लिये प्रथम चरण में 2.5 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिये ग्रामीणों ने 12 लाख रुपये की धनराशि एकत्रित कर हिल कटिंग कार्य शुरु कर दिया है। ग्राम प्रधान चन्द्रकला देवी का कहना है कि लोनिवि की लापरवाह कार्य प्रणाली के चलते ग्रामीणों ने सड़क निर्माण समिति का गठन कर प्रथम चरण में 2.5 किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य शुरु कर दिया है। जिसके बाद शेष सड़क के निर्माण को लेकर योजना तैयार की जाएगी। इस मौके पर सड़क निर्माण समिति के संरक्षक पूरण सिंह रौथांड, उपाध्यक्ष कुंवर सिंह नेगी, हीरा सिंह रौथाड, बलभद्र सिंह, कुलदीप नेगी, बृजेश कुमेडी, जगदीश प्रसाद, मोहन प्रसाद, अनिल कुमार, सुनीता देवी, भागीरथी देवी, संतोषी देवी, गरिमा देवी, रश्मी देवी, ममता भट्ट, परवेंद्र रावत, जीत सिंह रौथाड और राजेन्द्र नेगी आदि मौजूद थे।
क्या कहते है अधिकारी
सलना घट गदेरे से देवनगर के लिये प्रस्तावित सड़क के लिये चयनियत भूमि को भूगर्भवेताओं द्वारा भूस्खलन प्रभावित बताया गया है। जिसके बाद प्रस्ताव को निस्तारीकरण के लिये शासन को भेज दिया गया है। वहीं तोंणजी सड़क से देवनगर डांडा चार किमी सड़क का प्रस्ताव स्वीकृति हेतु प्रस्ताव विभागीय उच्चाधिकारियों को भेजा गया है। ग्रामीणों की ओर से किया जा रहा सड़क निर्माण उनके स्वयं का निर्णय है।
राजकुमार, अधिशासी अभियंता, लोनिवि पोखरी।