तपोवन (चमोली)। आखिर में जिसका डर था वह अब सामने आने लगा है। टनल के अंदर फंसी जिंदगी अब शव बन कर सामने आ रही है। आठ दिनों की भारी मसकत के बाद टनल के भीतर लगातार शव मिलने शुरू हो गये है। अब तक पांच शव बरामद हो चुके है। सिर्फ चमत्कार ही हो सकता है कि टनल में फंसे बाकी के लोग जिंदा हों।
बीते सात फरवरी की सुबह तपोवन-रैणी में आये हिमस्खलन के बाद बाढ़ ने भारी तबाही मचा दी थी। जिसमें ऋषिगंगा पर बने ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट व तपोवन में एनटीपीसी की जल विद्युत परियोजना को नेस्तनाबूत कर दिया था। इस तबाही में 206 लोग लापता हो गये थे। इनमें से 35 से 40 लोगों के तपोवन में टनल में फंसे होने की संभावना जतायी जा रही थी जिसके लिए पिछले आठ दिनों से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा था। आठ दिन बाद रविवार के तड़के दो शवों के मिलने के बाद से अब पांच शव भी अंदर मलवे में दबे हुए मिले है। इन शवों के मिलने के बाद अब सिर्फ कोई ऐसा चमत्कार हो सकता है कि टनल के अंदर फंसे अन्य लोग टनल के किसी भाग में सुरक्षित स्थान इन आठ दिनों से कड़कड़ाती ठंड और भूखे प्यासे सही सलामत हों।
टनल के अंदर रविवार को भी अन्य लोगों की खोज जारी है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया व पुलिस अधीक्षक चमोली यशवंत सिंह चैहान रेस्क्यू अभियान पर नजरे टिकाये हुए है। और लगातार निरीक्षण में जुटे हुए है।