गोपेश्वर (चमोली)। भारत-तिब्बत सीमा को यातायात से जोड़ने वाला जोशीमठ-मलारी हाईवे पर रैंणी में क्षतिग्रस्त हिस्से पर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से सोमवार को हिल कटिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। यहां अब मंगलवार से वाहनों की आवाजाही शुरु करवाई जाएगी। रैंणी में हाईवे का 40 मीटर हिस्सा ध्वस्त होने के चलते यहां वाहनों की आवाजाही ठप पड़ी हुई थी।
बता दें कि बीती 14 जून को ऋषिगंगा नदी के कटाव के चलते रैंणी गांव के निचले हिस्से में जोशीमठ-मलारी हाईवे का 40 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया था। जिससे यहां वल्ली रैंणी के आवासीय भवन भी खतरे की जद में आ गये थे। ऐसे में यहां ग्रामीणों की ओर से विस्थापन की मांग को लेकर दो दिनों तक हुए विवाद के बाद यहां 17 जून को बदरीनाथ विधायक के हस्तक्षेप के बाद हाईवे की हिल कटिंग का कार्य शुरु किया गया। जिसके बाद बीआरओ की ओर से यहां 5 मशीनों और 200 मजदूरों की मदद से 150 मीटर हिल कटिंग कर हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लायक बना दिया गया है। बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने कहा कि हाईवे पर हिल कटिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। यदि सबकुछ योजना के अनुसार चला तो मंगलवार से हाईवे पर वाहनों की आवाजाही सुचारु कर दी जाएगी।