कर्णप्रयाग (चमोली)। मूलनिवासी विद्यार्थी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने शनिवार को कर्णप्रयाग में मूल निवासी विद्यार्थी संघ से जुड़े कार्यकर्ताओं से संवाद कर उनकी समस्याओं का जाना और उन समस्याओं के समाधान पर चर्चा की।
संवाद कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ललित कुमार ने कहा कि कोई भी समस्या का समाधान सामुहिक शक्ति से ही समाप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अपने विवेक के आधार पर अपना विकास करना होगा और इसके लिए संगठन के साथ जुड़कर समाज का विकास करने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि भारत में विद्यार्थी का जो शैक्षिक विकास होना चाहिए था वह आज तक नहीं हो पाया है। जिससे भारत के अधिकतम विद्यार्थी सिर्फ शिक्षा का लक्ष्य नौकरी या पेट भरना तक सीमित रख रहे हैं। यह भी देश में एक बड़ी समस्या बन रही है, जिस कारण अधिकतर शिक्षित युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और यही एक बड़ी समस्या सरकार रोजगार निर्माण ना करके भी विद्यार्थियों में ही नहीं बल्कि भारत की जनता में स्वर निर्भरता का अभाव पैदा कर रही है।
उन्होंने बताया कि सरकार में बैठे लोग आत्मनिर्भर भारत की बात तो करते हैं लेकिन भारत को विदेशी कंपनियों का विनिवेश के पीछे निजीकरण करके आत्मनिर्भर भारत के नाम पर परनिर्भर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के उद्देश्यों के प्रति भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व राष्ट्र बनाने की जगह इसके विपरीत कार्य किया जा रहा है। और संस्थानों का निजीकरण कर पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रखने का षडयंत्ररचा जा रहा है। जिसके लिए विद्यार्थियों को आगे आना होगा। कार्यक्रम में मानवेंद्र, अरविंद कन्याल, मोहित बैरवान, सतपाल, नितेंद्र, विपिन कुमार, जितेंद्र, नरेश, मयंक, इशांत, अंजना तिनसोला, खुशी, हनुमंत, दीपक, जगबीर प्रकाश आदि मौजूद थे।