गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के घाट बाजार में जिला पंचायत चमोली के अधिकारियों की लापरवाही लोगों के लिये आफत का सबब बनी हुई है। यहां एक वर्ष पूर्व टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भी अभी तक सार्वजनिक शौचालय का निर्माण नहीं हो सका है। जिससे घाट बाजार पहुंचने वाले ग्रामीण खुले में शौच करने के लिये बाध्य हैं। ऐसे में जिले के खुले में शौच मुक्त अभियान के संचालन को लेकर सरकारी मशीनरी की संवेदनशीलता का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
बता दें कि घाट ब्लॉक मुख्यालय पर सफाई, शौचालय और पथ प्रकाश की व्यवस्था की जिम्मेदारी जिला पंचायत चमोली की है। जिसकी एवज मे यहां जिला पंचायत की ओर स्थानीय व्यापारियों से कर वसूली भी की जाती है। लेकिन जिला पंचायत की ओर यहां वर्षों से शौचालय के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये गये हैं। ऐसे में व्यापार मंडल और स्थानीय ग्रामीणों की मांग पर जिला पंचायत की ओर से वर्ष 2020 के जनवरी माह में निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर नौ लाख 71 हजार की लागत से हाईटेक शौचालय निर्माण शुरु करवाया गया। लेकिन यहां चयनित ठेकेदार की ओर से यहां शौचालय के पिट का निर्माण कर निर्माण कार्य बजट की कमी बताते हुए अधूरा छोड़ दिया गया है। जिससे यहां वर्तमान तक शौचालय को लेकर ग्रामीणों और व्यापारियों को दिक्कतों का सामाना करना पड़ रहा है।
क्या कहते है अधिकारी
घाट बाजार में प्रस्तावित शौचालय का निर्माण कार्य ठेकेदार द्वारा रनिंग भुगतान न होने के चलते अधूरा छोड़ दिया गया है। मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है। उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
संतोष भंडारी, सहायक अभियांता, जिला पंचायत, चमोली।