पोखरी (चमोली)। जिले के क्रौंच पर्वत के शीर्ष पर विराजमान देव सेनापति भगवान कार्तिक स्वामी के तीर्थ में आयोजित 11 दिवसीय महायज्ञ और स्कन्द पुराण के केदारखण्ड कथा के दसवें दिवस पर 151 जल कलशों के साथ जलयात्रा निकाली गई जिसमें लगभग सैकड़ों की तादात में श्रद्धालुओं ने शामिल होकर पुण्य अर्जित किया।
मन्दिर समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने कहा विश्व कल्याण और क्षेत्र की खुशहाली की कामना के लिए प्रत्येक वर्ष 363गावों के सहयोग से इस महायज्ञ का आयोजन किया जाता है जिसमें बुधवार को जलकुण्ड के निकट कुई नामक स्थान पर पहुंचने पर विद्वान आचार्यों ने जलकुण्ड के निकट पूजा हवन कर 151 जल कलशों विशेष पूजा जल कलश यात्रा कार्तिक स्वामी के जयकारों के साथ मंदिर में पहुंची। जल कलश यात्रा ने भगवान कार्तिक मन्दिर की परिक्रमा करने के बाद प्रथम जल कलश से भगवान कार्तिक स्वामी और व्यास पीठ का अभिषेक किया गया तथा शेष जल कलशों के जल से भक्तों को प्रसाद स्वरूप वितरित किया गया। इस अवसर पर कथावाचक आचार्य वासुदेव थपलियाल ने जल कलश यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि जल कलश यात्रा से दुखों का हरण होता है तथा घर में खुशहाली आती है। गोपेश्वर बम,बम, महाकाल समिति की ओर से 11 दिवसीय भंडारे का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर मंदिर समिति अध्यक्ष शत्रुघ्न सिन्हा नेगी, बलराम सिंह, विक्रम सिंह, चन्द्र सिंह, उम्मेदसिंह, कर्नल डीएस बत्र्वाल आदि मौजूद थे।