गोपेश्वर (चमोली)। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत मंगलवार को जनपद चमोली में हुए साक्षात्कार में 44 बेरोजगार युवाओं का चयन करते हुए एक करोड़ 52 लाख की स्वरोजगार योजनाओं को मंजूरी दी गई। जबकि पांच आवेदन पीएमईजीपी तथा दो आवेदन डेयरी से संबधित पाए जाने पर उन्हें संबधित विभागीय योजनाओं के तहत लाभान्वित किया गया।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में मंगलवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में आयोजित चयन समिति ने साक्षात्कार के माध्यम से 44 बेरोजगार युवाओं का मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत चयन किया। इसमें 17 प्रवासी भी शामिल थे। इस योजना के तहत पाल्ट्री, रेडीमेड गारमेंट, बकरी पालन, फूड प्रोसेसिंग, रेस्टोरेंट, जनरल स्टोर, मोटर रिपेयर इत्यादि क्षेत्र में उद्यम स्थापना के लिए जनपद के 75 आवेदकों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। साक्षात्कार में 55 आवेदक उपस्थित रहे। जिसमें से 44 बेरोजगार युवाओं को सीएम स्वरोजगार योजना के तहत चयन हुआ। जबकि पांच आवेदकों को पीएमईजीपी तथा दो आवेदकों को डेयरी योजना के तहत लाभान्वित किया गया और चार आवेदन निरस्त हुए। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत पहले हुए साक्षात्कारों के माध्यम से 353 आवेदन स्वीकृत कर पूर्व में ही बैंकों को भेजे जा चुके है। इस योजना के तहत अब तक चयनित 397 लाभार्थियों में से 262 प्रवासी और 135 स्थानीय बेरोजगार शामिल है।
जिलाधिकारी ने चयनित लाभार्थियों को आवेदन की सभी औपचारिकाताओं को शीघ्र पूरा करने को कहा ताकि बैंकों से समय पर ऋण आंवटित किया जा सके। बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्र्तगत विनिर्माण एवं सेवा व्यवसाय की सभी गतिविधियों के लिए ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। ताकि बेरोजगारों को उनके घर पर ही स्वरोजगार मिल सके। उन्होंने आवेदकों को काम शुरू करने से पूर्व संबधित विभाग से योजना की तकनीकी जानकारी भी हासिल करने की सलाह दी, ताकि स्वरोजगार संचालन में समस्या न आए। मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे ने बेरोजगार युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ उठाने की बात कही। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, लीड बैक अधिकारी प्रताप सिंह राणा, जीएम डीआईसी बीएस कुंवर, परियोजना अधिकारी डेयरी राजेन्द्र सिंह चैहान आदि मौजूद थे।