डॉ अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा सिविल सेवा के अभ्यर्थियों के मार्गदर्शन हेतु ऑनलाइन चर्चा परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस ऑनलाइन परिचर्चा में मुख्य वक्ता एवं अतिथि के रूप में हेमंत सती (आईएएस 2017 बैच झारखंड कैडर ) मौजूद रहे। ऑनलाइन व्याख्यान में लगभग 125 से अधिक अभ्यर्थियों ने प्रतिभाग किया। हेमंत सती द्वारा सिविल सेवा के अभ्यर्थियों को तैयारी के लिए उचित मार्गदर्शन एवं तैयारी के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा एवं मार्गदर्शन किया गया।
ऑनलाइन व्याख्यान का शुभारंभ डॉ आंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र के समन्वयक प्रोफेसर एमएम सेमवाल तथा उप समन्वयक प्रोफेसर सीमा धवन द्वारा किया गया। प्रोफेसर सेमवाल द्वारा हेमंत सती का स्वागत किया गया तथा उन्हें उनके व्यस्त समय में विद्यार्थियों के मार्गदर्शन हेतु समय निकालने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। प्रो सेमवाल ने कहा कि चमोली जनपद में पैदा हुए हेमंत सती ने भी गांव की ही सरकारी स्कूल में पढ़ कर अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की जो इस बात का प्रतीक है कि हम अपनी मेहनत और लगन से कही भी रह कर और किसी भी पृष्ठभूमि में पैदा होने के बावजूद सफलता प्राप्त कर सकते है।
हेमंत सती ने अपनी पारिवारिक स्थिति तथा शिक्षा के बारे में बता कर छात्रों से कहा कि वे एक सामान्य पृष्ठभूमि के छात्र रहे, और अपनी स्कूली शिक्षा सरकारी हिंदी माध्यम से प्राप्त की। इस लिए छात्र ये न सोचे कि सिविल सेवाओं में सफलता प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी केवल महंगी अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा ग्रहण करने वाले अमीर लोग ही प्राप्त करते है। यह परीक्षा देश की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक है। इस लिए इसकी तैयारी को व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। एक दो साल की कठिन मेहनत के बाद कोई भी छात्र सफलता प्राप्त कर सकता है। अभ्यर्थियों को केवल अपनी मेहनत के प्रति ईमानदार कोशिश करने की आवश्यकता है। विद्यार्थियों की सिविल सेवा की तैयारी से जुड़ी हुई समस्याओं के समाधान के लिए हेमंत सती द्वारा छात्र-छात्राओं के अनेक प्रश्नों के उत्तर देकर उचित मार्गदर्शन किया गया।
डॉ अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र की उप समन्वयक प्रोफेसर सीमा धवन ने इस कार्यक्रम के उपयोगिता छात्रों को बताई और कहा कि हेमंत सती द्वारा स्वयं चारों के बीच आना और अपने अनुभव साझा करना, अभ्यर्थियों के लिए बहुत लाभदायक साबित होगा। डॉ अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र इस तरह आम पृष्ठभूमि से सफलता प्राप्त किए लोगों के व्याख्यान से छात्रों में ऊर्जा का संचार करता रहेगा।
कार्यक्रम में डॉ आंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र के के शिक्षक डॉ आशीष बहुगुणा, डॉक्टर प्रकाश सिंह एवं डॉ भरत कुमार रजक उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय के अनेक विभागों के छात्र छात्र एवं शिक्षक ऑनलाइन चर्चा परिचर्चा में मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर एमएम सेमवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।