गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के मंडल घाटी स्थित मत्स्य पालन प्रक्षेत्र बैरागना में पांच वर्ष के लिए टेंडर प्रक्रिया से आवंटित कैफे हाउस को जबरन हटाए जाने के विरोध में जनप्रतिनिधियों ने शनिवार को जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है।
मंडल घाटी के कोटेश्वर बैरागना निवासी राजेंद्र सिंह बिष्ट का कहना है कि वर्ष 2019-20 में मत्स्य पालन विभाग की ओर से टेंडर प्रक्रिया से कैफे हाउस उनके नाम आवंटित किया गया। बताया कि इस कैफे संचालन के लिए उन्होंने ग्रामीण बैंक से पांच लाख रुपए का ऋण भी लिया। यहां पर वह कैफे हाउस संचालन के अलावा मत्स्य पालन का भी कार्य करते हैं। इस कार्य से चार से अधिक बेरोजगारों को भी रोजगार दिया गया है। लेकिन अचानक अब मत्स्य पालन विभाग की ओर से उनसे जबरन कैफे को खाली करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग बार-बार इसे खाली करने की बात कहकर उनका मानसिक उत्पीड़न कर रहा है। उनका कहना है कि इस संबंध में अब से न्यायालय की शरण लेने के लिए विवश होना पड़ रहा है। ज्ञापन देने वालों में राजेंद्र सिंह बिष्ट, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता विकास जुगरान, गोविंद सजवाण, अंजना राणा आदि शामिल थे।