अनिश्चित कालीन धरना, दोनों विभागों के एकीकरण की उठाई मांग
गोपेश्वर (चमोली)। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी एसोसिएशन चमोली ने बुधवार से ग्राम पंचायत विकास अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी के पदों का कार्यात्मक एकीकरण किये जाने के विरोध करते हुए जिलाधिकारी चमोली के कार्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
संगठन के जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह सजवाण और महामंत्री विपिन सेमवाल का कहना है कि शासन की ओर से आदेश जारी कर ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों और विकास अधिकारियों के पदों का कार्यात्मक एकीकरण किया गया है। जो कि उनके संगठन को मान्य नहीं है। उनका कहना है कि इससे उनके संवर्ग के हितों पर कुठाराघात हो रहा है। उन्होंने कहा कि शासन की ओर से इस मामले में उनके संवर्ग से पूर्व में किसी प्रकार की कोई वार्ता नहीं की गई। उनका कहना है कि इन पदों का कार्यात्मक एकीकरण न करके जनहित में यदि आवश्यक हो तो पंचायत राज एंव ग्राम्य विकास विभाग को पूर्ण रूप से विलय कर दोनों विभागों को शासन स्तर से ग्राम पंचायत स्तर तक के समान वेतनमान पदों पर नियुक्ति की तिथि को आधार मानते हुए समान रूप से पदोन्नति दिए जाने एंव ज्येष्ठता निर्धारण करते हुए विलय किया जाए। ताकि उनके संवर्ग के हितों की रक्षा हो सके। इस मौके पर जिलाध्यक्ष कुलदीप सजवाण, महामंत्री विपिन सेमवाल, कोषाध्यक्ष सुनील पुरोहित, विनोद प्रसाद मनोडी, गंगा सिंह गुसांई, गोविंद बल्लभ जोशी, देवेंद्र रावत आदि मौजूद थे।
बता दें कि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी जिला पंचायतराज विभाग के अंतर्गत आते है जबकि ग्राम विकास अधिकारी खंड विकास अधिकारी कार्यालय के अंतर्गत आते है। ऐसे में शासन स्तर पर ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों को खंड विकास कार्यालय के उन कार्यों का दायित्व भी सौंप गया है जिसे ग्राम विकास अधिकारी करते आ रहे है। जिसका की ग्राम पंचायत विकास अधिकारी विरोध कर रहे है।