संतुलित भोजन, स्वच्छ जल और आस पास की स्वच्छता अच्छे स्वास्थ्य का आधार – डॉ. दीपाली महर
पोषण माह पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में प्रिंस पुहाल प्रथम स्थान प्राप्त करने में रहा कामयाब
नरेन्द्र नगर। धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेन्द्र नगर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वाधान में राष्ट्रीय पोषण माह 2022 पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भं प्राचार्य प्रोo राजेश कुमार उभान ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रजव्लित कर किया । प्रोo उभान ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्राध्यापकों, कर्मचारियों और छात्र/छात्राओं को हिमालय बचाओं शपथ दिलायी और साथ ही कहा कि यह हमारी सामूहिक और नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि हम मिलकर हिमालय परिस्थितिक तंत्र के संरक्षण का कार्य करें । पोषण माह पर प्रोo उभान ने छात्र/ छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि बच्चों में कुपोषण एक गम्भीर समस्या है जिसको जनभागीदारी से ही समूल ख़त्म किया जा सकता हैं तभी हम कुपोषण मुक्त भारत की कल्पना कर सकते हैं। साथ ही कहा कि हमें अपने परम्परागत मोटे अनाज की और भी लौटना होगा ।
इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित देव सुमन हॉस्पिटल नरेन्द्र नगर की वरिष्ठ डॉ. दीपाली महर ने बताया कि बच्चें यदि प्रोटीन, कैल्शियम,और हरी पत्तेदार सब्जियां, दाले, मौटे अनाज, फल व दूध और दूध से बने उत्पादो का उचित मात्रा में अपने आहार में शामिल करें तो उनमे रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर रहेगी । डॉ. दीपाली ने जोर देते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को भी संतुलित भोजन करना चाहिए जिससे दोनों का स्वास्थ्य बेहतर हो सकें। साथ ही कहा कि स्वस्थ जीवन के लिये नियमित व्यायाम भी उतना ही आवश्यक है जितना पौष्टिक आहार।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संजय कुमार ने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार माह सितम्बर को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में 2018 से मनाया जा रहा हैं, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कुपोषण मुक्त भारत की संकल्पना के साथ की गयी थी । इस वर्ष ‘महिला और स्वास्थ्य’ व ‘बच्चा और शिक्षा’ पर मुख्य ध्यान देने के साथ पोषण माह को ग्राम पंचायतों के माध्यम से पोषण पंचायतों के रूप में शुरू करना हैं। जिसके अंतर्गत अच्छे पोषण और इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका का सन्देश गहन जागरूकता और शिक्षा गतिविधियों में संवेदनशील अभियान, आउटरीच प्रोग्राम, पहचान अभियान, शिविर और मेले शामिल होगे, जिसमे गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं, छ: साल से कम उम्र के बच्चों और किशोरों और लड़कियों पर विशेष ध्यान देते हुए स्वस्थ भारत के सपने को साकार किया जायेगा । कार्यक्रम में डॉ. शैलजा रावत, डॉ. विक्रम बर्त्वाल, डॉ. जितेन्द्र नौटियाल, डॉ. सोनिया गंभीर ने भी अपने विचार छात्र/छात्राओं के साथ साझा किये ।
पोषण माह पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में प्रिंस पुहाल बीए पत्रकारिता प्रथम वर्ष के छात्र ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि अनुराधा और अमीषा द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने में सफल रही। सभी विजेता प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि डॉ. दीपाली ने पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में डॉ. सपना कश्यप, डॉ. उमेश चंद्र मैठाणी, डॉ. संजय महर, डॉ. सुधा रानी, डॉ. सृचना सचदेवा, डॉ. रश्मि उनियाल, डॉ. चन्दा नौटियाल, डॉ हिमांशु जोशी, डॉ. सोनी तिलारा, डॉ जितेन्द्र नौटियाल, डॉ. राकेश नौटियाल, डॉ. सोनिया गंभीर, सुरवीर दास, राजेंद्र बिष्ट, बबिता भट्ट, विशाल त्यागी, गणेश चंद पाण्डेय, गिरीश जोशी, अजय, मुनेन्द्र, शिशु पाल रावत, शीशपाल, भूपेंद्र, मनीष, जय्नेंद्र एवं छात्र/छात्राओं में पवन धामंदा, शिवांग, अंजलि रावत, अंजलि नेगी, निकिता, दीक्षा भंडारी, आस्था, आरती, शिवानी, प्रिया धामंदा, ऋषिका, सार्थक, शिवानी, नेहा जोशी मुस्कान,रोहित, आकाश, गायत्री, आयुष, रणजीत, प्रिंस, अर्पिता आदि सभी स्वंयसेवक उपस्थित रहें।