गोपेश्वर (चमोली)। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती ने कहा है कि शीतकालीन यात्रा के लिए पंच बदरी, पंच केदार पर्यटन सर्किट को सक्रिय करते हुए शीतकाल में यहां यात्रा का विस्तार किया जाएगा।
बीकेटीसी के उपाध्यक्ष सती ने कहा कि मंदिर समिति की ओर से शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा दिए जाने पर मंथन किया जा रहा है। जिससे शीतकाल में बदरीनाथ तथा केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने पर श्रद्धालु पंच बदरी तथा पंचकेदार के दर्शनों के लिए आ सकेंगे। इससे यहां के युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे तीर्थाटन को भी बढ़ावा मिलेगा। सती ने बताया कि उन्होंने श्री ध्यान बदरी उर्गम तथा वृद्ध बदरी हेलंग के भ्रमण किया जिसके बीकेटीसी का प्रयास है कि श्री बदरीनाथ एवं केदारनाथ यात्रा के साथ तीर्थयात्री सहवर्ती मंदिरों में भी तीर्थ यात्री दर्शन को पहुंचें।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि बीकेटीसी उपाध्यक्ष ने अपने भ्रमण के दौरान यात्री विश्राम गृहों का निरीक्षण के साथ ही ध्यान बदरी तथा श्री वृद्ध बदरी मंदिर समेत पंचम केदार श्री कल्पेश्वर जी के दर्शन कर जलाभिषेक किया इस अवसर पर उर्गम, हेलंग और कल्पेश्वर के लोगों के साथ संवाद भी किया। इस मौके पर ग्रामीणों ने उनका फुलमालाओं से स्वागत करते हुए उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किया।
भ्रमण के दौरान श्री बदरीनाथ धाम के पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र, उनियाल मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान, श्री नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरवाण, पुजारी मोहन प्रसाद सेमवाल, मनोहर सेमवाल श्री कल्पेश्वर मंदिर के पुजारी रघुवीर सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।