गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले में जहां प्रशासन की ओर से चार धाम यात्रा की तैयारियां शुरु कर दी गई हैं, वहीं यात्रा मार्ग के हाईवे और अन्य सड़कों पर आवारा मवेशी वाहन चालकों और राहगीरों के लिये आफत का सबब बने हुए हैं। लेकिन मामले में नगर पालिका की ओर वर्तमान तक कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये जा सके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जहां सड़क पर घूमते मवेशी वाहनों दुर्घटना को न्यौता दे रहे हैं। वही राहगीरों के लिये भी आफत बने हुए हैं।
बता दें, चमोली जिले में चार धाम यात्रा मुख्य रुप से नगर पंचायत गौचर, नगर पालिका कर्णप्रयाग, नगर पंचायत नंदप्रयाग, नगर पालिका गोपेश्वर व नगर पालिका जोशीमठ हो कर गुजरती है। ऐसे में नगर क्षेत्र में आवार मवेशियों के सरंक्षण का जिम्मा पालिका व पंचायत प्रशासन का होता है। लेकिन सभी पालिकाओं और पंचातयों बड़ी संख्या में आवारा मवेशियों के सरंक्षण का इंतजाम न होने के चलते मवेशी हाईवे और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर घूम रहे हैं। ऐेसे में सड़क पर आवाजाही करने वाले वाहनों की दुर्घटना की सम्भावना बनी हुई है। स्थानीय निवासी भूपेंद्र सिंह, मनोज कुमार और देवेंद्र का कहना है कि पूर्व में पालिकाओं की ओर से मवेशियों के संरक्षण के लिये व्यवस्था बनाई गई थी। लेकिन वर्तमान में व्यवस्था न होने से यहां लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
यात्रा से पूर्व यात्रा मार्ग व अन्य मार्गों से आवारा मवेशियों को हटाने की व्यवस्था बनाई गई है। जल्द ही व्यवस्था के अनुसार पालिका क्षेत्र में अभियान चलाकर मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर रखा जाएगा।
राजेंद्र सजवाण, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, चमोली-गोपेश्वर।